…तो हरीश रावत ने इसलिए की सोनिया गांधी और बसपा प्रमुख मायावती को भारत रत्न देने की मांग !
बसपा नेतृत्व ने हरीश रावत की इस मांग को बताया जनता को बेवकूफ बनाने की तरीका
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और बसपा प्रमुख मायावती को भारत रत्न देने की मांग की है। हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से दोनों को पुरस्कार दिए जाने की मांग की है। इसके लिए रावत ने महिला सशक्तिकरण का हवाला दिया है। हालांकि, बसपा ने रावत की कोशिशों पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि ये जनता को बेवकूफ बनाने की सोची समझी रणनीति है।
अपने ट्विटर हैंडल पर हरीश रावत ने लिखा है कि आदरणीय सोनिया गांधी जी व सम्मानित बहन मायावती जी, दोनों प्रखर राजनैतिक व्यक्तित्व हैं। आप उनकी राजनीति से सहमत और असहमत हो सकते हैं, मगर इस तथ्य से आप इंकार नहीं कर सकते हैं कि सोनिया जी ने भारतीय महिला की गरिमा और सामाजिक समर्पण व जनसेवा के मापदंडों को एक नई ऊंचाई व गरिमा प्रदान की है। आज उन्हें भारत की नारीत्व का गौरवशाली स्वरूप माना जाता है। मायावती जी ने वर्षों से पीड़ित-शोषित लोगों के मन में एक अद्भुत विश्वास का संचार किया है। भारत सरकार को चाहिये कि इन दोनों व्यक्तित्वों को इस वर्ष का भारत रत्न देकर अलंकृत करें।
आदरणीय #सोनिया_गांधी जी व सम्मानित बहन #मायावती जी, दोनों प्रखर राजनैतिक व्यक्तित्व हैं। आप उनकी राजनीति से सहमत और असहमत हो सकते हैं, मगर इस तथ्य से आप इनकार नहीं कर सकते हैं कि सोनिया जी ने भारतीय महिला की गरिमा और सामाजिक समर्पण व जनसेवा के मापदंडों को एक नई ऊंचाई व pic.twitter.com/FaFfHOf355
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 5, 2021
“> हालाँकि, रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य के बसपा नेतृत्व ने हरीश रावत की इस मांग को जनता को बेवकूफ बनाने की तकनीक बताया है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा कि क्या सोनिया गाँधी को भारत रत्न देने से रावत चाहते हैं कि सम्मान किसी ऐसे को दिया जाए जो जमानत पर है? उन्होंने कहा कि ऐसी मांग रखकर वह किस तरह की मिसाल कायम करना चाहते हैं?