पहले रेप कर प्रेगनेंट करना और फिर बच्चे के जन्म के बाद दूध निकालना… ये सबकुछ होता था इंटरनेट पर LIVE
एक फैक्ट्री में 115 महिलाओं को रेस्क्यू कर के रखा हुआ था। इन महिलाओं के साथ रेप होता था, फिर प्रेगनेंसी के बाद इनके दूध को निकालकर उससे पनीर, मक्खन और ताजे दूध जैसे डेयरी उत्पाद करके बेचे जाते थे।
नई दिल्ली। हैवानियत की दास्तां आपने कई सुनी और देखी होगी, लेकिन आज हम आपको जो बताने जा रहे हैं वह किसी फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि एक सच्ची हैवानियत की दास्तां है। दिल की झकझोर कर रख देने वाली ऐसी तस्वीर नाइजीरिया के आंबुजा से सामने आई हैं, जहां एक फैक्ट्री में 115 महिलाओं को रेस्क्यू कर के रखा हुआ था। इन महिलाओं के साथ रेप होता था, फिर प्रेगनेंसी के बाद इनके दूध को निकालकर उससे पनीर, मक्खन और ताजे दूध जैसे डेयरी उत्पाद करके बेचे जाते थे।
Reality or anti-bitcoin propaganda? Women raped and impregnated live on internet at ‘Human milk factory’: Here is what we know about the sordid talehttps://t.co/7LzAa80HHb
— OpIndia.com (@OpIndia_com) February 9, 2021
मिली जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू की गई इन महिलाओं की उम्र 16 से 22 साल के बीच बताई जा रही है। इनमें से काफी ऐसी महिलाएं भी है जो अपने घरों से 3 साल पहले गुमशुदा हुई थीं। पुलिस को आशंका है कि अपराधियों ने इनकी कुछ वीडियो बनाकर डार्क वेब प्लेटफॉर्म पर भी डाली है, जिसे बिटकॉइन के जरिए पेमेंट करने वाले देखते हैं।
खबर के मुताबिक, लड़कियों को अगवा करके लाया जाता था, जहां पर उनके साथ रेप कर उन्हें प्रेगनेंट किया जाता था। ये सब काम इंटरनेट पर लाइव आकर किया जाता था। इसके अलावा बच्चे के जन्म के बाद इनसे दूध लिया जाता था और बाद में अधिकांश उत्पादो को पूरी प्रक्रिया के वीडियो के साथ देश से बाहर उपभोक्ताओं को भेजा जाता था।
रिपोर्ट में ये साफ बताया गया है कि कुछ लोग खुद लड़कियां चुनते थे कि उन्हें किस लड़की का दूध चाहिए। लड़की चुनने के बाद उस दिन उस लड़की के लिए अलग से खाना बनता था और उसे खिलाया जाता था। लड़की से कहा जाता था कि वह लड़की अपने मुंह से कस्टमर का नाम लेकर बोले कि ये दूध तुम्हारे लिए है।
सोशल मीडिया पर अलग-अलग राय दे रहे हैं लोग
गौरतलब है कि इस भयावह प्रकरण के बारे में सोशल मीडिया पर लोग इसे एक तरकीब बता रहे हैं ताकि नाइजीरिया में क्रिप्टोकरेंसी बैन हो सके। तो वहीं कुछ लोग इसे सरकार का प्रोपगेंडा कह रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को ये सब एक बड़ा मजाक लग रहा है।
एक यूजर लिखता है, “मैं विश्वास नहीं कर पा रहूँ कि लोग ऐसी बकवास चीजों को फ्रंट पेज पर डालते हैं। कुछ वाकई में कहीं न कहीं बहुत गलत है।” यूजर्स का मानना है कि सिर्फ़ बिटकॉइन को बदनाम करने के लिए ऐसी कहानी रची जा रही है।