अलीगढ़: थाना गभाना क्षेत्र में गोकशो के विरुद्ध दबिश अभियान के दौरान देर रात्रि पुलिस की सरकारी पिस्टल से चली गोली,सब इंस्पेक्टर की पेट से निकलकर गोली एसओजी की सिपाही के सिर में लगी,सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार गंभीर रूप से घायल,एसओजी के सिपाही याकूब की मौके पर मौत,सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार दूसरे सब इंस्पेक्टर की पिस्टल फंसने पर कर रहे थे उसे अनलॉक,इसी दौरान पिस्टल से अचानक गोली चलने पर हुई घटना,घटना की सूचना पर एसएसपी संजीव सुमन सहित पहुंचे आला अधिकारी,घायल सब इंस्पेक्टर को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में कराया गया भर्ती,मुखबिर द्वारा जानकारी मिलने पर गभाना क्षेत्र में गौकशो के विरुद्ध थाना गांधी, पार्क गभाना व एसओजी की टीमें चला रही थी संयुक्त अभियान।पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे अभियान के द्वारा जो घटना हुई उसे घटना पर एक पुलिसकर्मी की मृत्यु हो गई मृतक पुलिसकर्मी के पिता ने इस घटना पर गंभीर सवाल उठाए हैं कि यह घटना कैसे हो गई गोली पेट में लगकर दूसरे पुलिस कर्मी के सिर पर कैसे लगी इसकी जांच होनी चाहिए
एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि पिछली 9 जुलाई को गभाना क्षेत्र में एक गोकशी की घटना हुई थी। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी।बुधवार देर रात्रि मुखबिर द्वारा जानकारी मिली, कि जिन लोगों ने 9 जुलाई को गभाना क्षेत्र में गौकशी की घटना की थी। वह लोग पुनः गभाना क्षेत्र में घटना करने वाले हैं। जानकारी के बाद थाना गांधी पार्क ,गभाना,एसओजी की संयुक्त टीम बनाई गई। संयुक्त पुलिस टीम गोकशो के विरुद्ध दबिश अभियान में जुटी हुई थी। इसी दौरान सब इंस्पेक्टर मजार हसन ने अपनी सरकारी पिस्टल को लोड किया।तो पिस्टल फंस गई। वह उसे सही कर रहे थे।
पिस्टल सही नहीं हुई ।तो साथी सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने उनकी पिस्टल को लेकर अनलॉक करना शुरू किया। इसी दौरान अचानक पिस्टल से गोली चल गई। पिस्टल से चली गोली सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार के पेट में होकर निकलती हुई टीम में शामिल एसओजी के सिपाही याकूब के सिर में जा लगी। घटना की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस द्वारा घायल सब इंस्पेक्टर और सिपाही को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया।जहां डॉक्टरों ने एसओजी के सिपाही याकूब को म्रत घोषित कर दिया। पुलिस घायल सब इंस्पेक्टर व मृतक सिपाही के परिजनों को सूचना देने के साथ अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है। मृतक सिपाही के पिता ने गोली लगने से हुई मौत पर गंभीर सवाल उठे हैं