कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए अग्निकांड में जलकर मरने वाली मां-बेटी के परिवार से मिलने जा सकती हैं. यह जानकारी दी है.इस अग्निकांड के बाद पुलिस प्रशासन ने अब तक किसी भी विपक्षी दल के नेता को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी ने घटना की पूरी जानकारी मांगी थी जो उन्हें दे दी गई है. माना जा रहा है कि इस हफ्ते के अंत तक वह पीड़ित परिवार से मिल सकती हैं|
कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव के कृष्ण गोपाल दीक्षित की पत्नी प्रमिला दीक्षित और बेटी शिवा की अवैध अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान आग में झुलसने से मौत हो गई थी. पीड़ित परिवार का आरोप था कि पुलिस प्रशासन ने ही गांव के कुछ लोगों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. हालांकि पुलिश और प्रशासन ने इस घटना का हादसा करार दिया है. फिलहाल मामले में एसआईटी गठित को जांच सौंप दी गई है|
कानपुर देहात के मंडोली गांव में मां -बेटी की मौत के साथ हुए अग्निकांड को लेकर सियासत गर्म हो गई है. एक तरफ इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है. वहीं सत्तारुद्ध बीजेपी और योगी सरकार अब बैकफुट पर आ गई है. कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राजभवन के सामने प्रदर्शन किया. बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी सरकार को घेरने की कोशिश की.वहीं सपा पहले से ही कह रही है कि यूपी में योगी सरकार ना केवल दलितों, पिछड़ों का उत्पीड़न कर रही है, बल्कि ब्राह्मण भी बुरी तरह से प्रताड़ित हो रहे हैं|