नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटी सीमाओं पर किसानों का आंदोलन 65वें दिन शुक्रवार को भी जारी है। बृहस्पतिवार को किसान नेता राकेश टिकैत की आंखों से गिरे आंसुओं के बाद आंदोलन एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। सिंघु बॉर्डर पर किसानों स्थानीय लोगों में हिसंक झड़प हो गई। जिसमें पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
जानकारी के अनुसार स्थानीय होने का दावा करने वाले करीब 150 से ज्यादा लोग शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर के धरनास्थल के करीब पहुंचकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे। कथित स्थानीय प्रदर्शनकारी किसानों से जल्द सिंघु बॉर्डर को खाली कराने की मांग की। साथ ही ये लोग ‘तिरंगे के अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’ जैसे नारे लगा रहे थे, जिसके बाद दोनों गुटों में संघर्ष और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिसमें कई लोग घायल हो गए। फिलहाल, तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।