DESK: एंग्जाइटी और डिप्रेशन ऐसी मानसिक बीमारियां हैं जिससे करीब 60 प्रतिशत लोग जूझ रहे हैं. हालांकि नियमित दवा और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके इससे बचा जा सकता है, लेकिन कुछ लोग दवाएं खाने से बचना चाहते हैं. ऐसे में कई आयुर्वेदिक दवाएं हैं जो एंग्जाइटी और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करती हैं. आप योग और ध्यान के जरिए भी मेंटल हेल्थ को ठीक कर सकते हैं. आयुर्वेद में ऐसे कई हर्ब्स हैं जो तनाव, डिप्रेशन और एंग्जाइटी को दूर करते हैं.
चिंता और अवसाद को दूर करने का आयुर्वेदिक इलाज
1- अश्वागंधा- अश्वगंधा एक शक्तिशाली एडाप्टोजेन है जो तनाव को दूर करने में मदद करता है. इससे हार्मोंस नियंत्रित करने और शरीर को स्वस्थ बनाने में मदद मिलती है. अश्वगंधा के सेवन से नींद में सुधार आता है. ये एक ऐसी जड़ी बूटी है जो डिप्रेशन को दूर करने में मदद करती है.
2- ब्राम्ही- आयुर्वेद में ब्राह्मी एक अहम जड़ी बूटी है. दिमाग को स्वस्थ और मजबूत बनाने में ब्राम्ही मदद करती है. इससे दिमाग और मेमोरी में सुधार आता है. इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में इससे मदद मिलती है. ब्राम्ही एंग्जाइटी और डिप्रेशन से राहत देता है.
3- लेमन बाम- तनाव से राहत और चिंता को दूर करने में लेमन बाम मदद करता है. ये एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो मूड को बदल सकती है. अच्छी नींद आने में भी इससे मदद मिलती है. लेमन बाम का इस्तेमाल करने से एंग्जाइटी और डिप्रेशन के लक्षणों को दूर किया जा सकता है.
4- जटामासी- अवसाद के लक्षणों को दूर करने में जटामांसी मदद करती है. ये तनाव को दूर करने के लिए एक असरदार जड़ी-बूटी है. इससे नींद में सुधार आता है और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होता है. कई आयुर्वेदिक इलाज में जटामासी का उपयोग किया जाता है.
5- माका- इस जड़ी-बूटी में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो चिंता को कम करने में मदद करते हैं. इसमें पायी जाने वाली हाई फाइटोन्यूट्रिएंट सामग्री भी शरीर को एक्टिव करती है. इससे नींद की समस्या दूर होती है और हार्मोन कंट्रोल रहते हैं.