Health: कहते हैं अगर आपकी मुस्कान अच्छी हो तो ये किसी का दिन बना सकती है. एक अच्छी मुस्कान में चमकते दाद चार चांद लगाने का काम करते हैं. अगर आपके दांत पीले या गंदे दिखाई देते हैं तो ये सामने वाले व्यक्ति पर आपका गलत इंप्रेशन डालते हैं. खराब दांत न सिर्फ आपकी पर्सनैलिटी को खराब करते हैं बल्कि कई बीमारियों के कारण भी बनते हैं.
हम सभी दिन में दो बार ब्रश करते हैं लेकिन, ब्रश करने का सही तरीका क्या है? कौन सा पेस्ट हमारे लिए अच्छा है, इस बात की जानकारी बेहद कम लोगों को है. अगर आप अपनी ओरल हेल्थ को लेकर लापरवाही बरतते हैं तो इससे आपके दांत तो खराब होंगे ही साथ ही सांसो में बदबू, कमजोर मसूड़े और कई गंभीर बीमारियां होने लगेंगी. जानिए दिन में कितनी बार एक व्यक्ति को ब्रश करना चाहिए और इसे करने का सही तरीका क्या है.
फायदे: मसूड़ों से जुड़ी बीमारियां नहीं होती
ओरल कैंसर का खतरा कम हो जाता है
दांतों में कैविटी नहीं होती
प्लाक की समस्या भी खत्म हो जाती है.
ऐसे टूथपेस्ट का करें इस्तेमाल : दांतों की सफाई के लिए हमेशा ऐसा टूथपेस्ट इस्तेमाल करें जिसमें फ्लोराइड की मात्रा सही हो. एडल्ट लोगों के टूथपेस्ट में 1350 पीपीएम फ्लोराइड और 6 साल से कम उम्र के बच्चों के टूथपेस्ट में 1000 पीपीएम फ्लोराइड होना चाहिए. डॉक्टर्स की मानें तो 3 से 6 साल के बच्चों को ब्रश करने के लिए एक मटर के दाने के बराबर टूथपेस्ट देना चाहिए.
ये हरकत कमजोर कर सकती है आपके दांत : ध्यान रखें, कुछ भी एसिडिक फूड या ड्रिंक का सेवन करने के तुरंत बाद ब्रश ना करें. क्योंकि ऐसा करने से दांतों का इनेमल कमजोर हो जाता है जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं. दरअसल, इनेमल दांतों के ऊपर की एक पतली परत होती है जो रक्षा कवच की तरह काम करती है. इसका काम दांतो को किसी भी तरह के नुकसान से बचाना होता है.