Maharashtra News: वारकरी संप्रदाय के वीर संत के रूप में विख्यात और महाराष्ट्र में नशामुक्ति आंदोलन चलाने वाले बंदतात्या कराडकर की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बंदतात्या कराडकर को हल्का लकवा का दौरा पड़ा है. उन्हें पहले महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटन के निकॉप अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था फिर वहां से इलाज के बाद बंदतात्या कराडकर को पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. निकॉप अस्पताल के डॉ. जेटी पोल ने बताया कि उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बंदतात्या की हालत अब स्थिर है.
बंदतात्या कराडकर पुणे से कीर्तन करने के बाद फलटन तालुका के पिंपराड में मठ में आए थे. सबसे पहले बंदतात्या को उनके समर्थकों ने कल सुबह (12 जनवरी) तबीयत खराब होने पर निकोप अस्पताल में भर्ती कराया था जहां पर उनका ब्लड प्रेशर और शुगर बहुत बढ़ गया था और जैसे ही पता चला कि इसकी वजह से उन्हें हल्का दौरा पड़ा है, अस्पताल की विशेषज्ञ मेडिकल टीम ने उनका इलाज शुरू किया. उनकी हालत अभी स्थिर बताई गई है.
महाराष्ट्र में नशामुक्ति को लेकर चलाया गया था आंदोलन
इस बीच, इसके बाद बंदतात्या कराडकर को आगे के इलाज के लिए शुक्रवार सुबह पुणे के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है. उनके साधकों का कहना है कि वर्तमान में उनका स्वास्थ्य स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है. उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर लगते ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक फलटन पहुंचने लगे हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में नशामुक्ति को लेकर इनके नेतृत्व में आंदोलन चलाया गया था.