DESK : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को व्हीलचेयर पर संसद भवन पहुंचे और उपराष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। सिंह ने पिछले महीने राष्ट्रपति चुनाव में भी व्हीलचेयर से संसद भवन पहुंचकर वोट डाला था। उपराष्ट्रपति चुनाव में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी मतदान किया। उनसे पहले दिवंगत पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी कभी व्हील चेयर के सपोर्ट से राष्ट्रपति के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे थे।
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव, लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक राकेश सिंह, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के रघु राम कृष्ण राजू और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सांसदों ने भी वोट डाला। मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा, जिसके बाद मतगणना होगी।
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ (71) का मुकाबला विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (80) से है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास लोकसभा में पूर्ण बहुमत और राज्यसभा में 91 सदस्य होने के मद्देनजर धनखड़ को अपनी प्रतिद्वंद्वी पर स्पष्ट बढ़त हासिल है।
उनके मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की जगह लेने की संभावना अधिक है, जिनका कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है। लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, जिनमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं, उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए पात्र हैं। संसद के दोनों सदनों में कुल 788 सांसद हो सकते हैं, जिनमें से उच्च सदन की आठ सीट फिलहाल रिक्त हैं। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में 780 सांसद वोट डालने के लिए पात्र हैं।