बाबा सूरजपाल पर फूटा मायावती का गु्स्सा, जानिए क्या बोली बसपा सुप्रीमों ?

हाथरस हादसे पर देशभर के कई नेता दुख जता रहे हैं लेकिन इन सबके बीच हाथरस हादसे पर जो बयान बसपा सुप्रीमों मायावती ने दिया है वो बहुत अहम है, वो पहली नेता है जिसने नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के खिलाफ खुलकर बोला है. मायावती ने कहा है कि लोग बाबाओं के पाखंड में न फंसें. अपनी तकदीर खुद बदलें. बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलें. राजनीतिक स्वार्थ में कमजोर न पड़ें. मायावती ने कहा कि देश में गरीबों, दलितों व पीड़ितों को अपनी गरीबी को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अन्धविश्वास और उसके पाखंडवाद में न फंसें.

बसपा सुप्रीमों मायावती ने आगे कहा है कि मेरी ये सलाह है कि बाबाओं के बहकावे में आकर अपने दुख और दर्द को और नहीं बढ़ाना चाहिए. हाथरस कांड में बाबा भोले के साथ जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इसी तरह दूसरे बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी जरूरी है. मायावती ने लोगों से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलने की अपील की.

उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़. आपको बता दें की मायावती अकेली ऐसी नेता हैं, जिन्होंने बाबा सूरजपाल के खिलाफ खुलकर बोला हैं. सूरजपाल के खिलाफ बोलना तो दूर उसका नाम किसी भी नेता के मुंह से नहीं निकला है. आपको बता दें कि मायावती का बयान सूरजपाल के बयान के बाद आया है. हादसे को हुए चार दिन बीत गए, इतने दिन के बाद सूरजपाल बाबा पहली बार मीडिया के सामने आया और बोला है.

सूरजपाल बाबा ने कहा कि 2 जुलाई की घटना के बाद से मैं काफी दुखी हूं. सूरजपाल का कहना है कि हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. जो इस घटना के उपद्रवी हैं, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दें. कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें. सूरजपाल बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी.

बाबा सूरजपाल ने कहा कि मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे मृत्कों और घायलों के परिवार के साथ खड़े रहे. इस खबर पर क्या है आपकी राय हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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