चमत्कारिक बाबा का दावा, शक्तियों से कैंसर पथरी जैसे रोग चुटकियों में ठीक

चित्रकूट के चमत्कारिक बाबा हनुमानदास का दावा है कि गुरुओं और साधू संतो के आशीर्वाद से प्राप्त दिव्य औषधियों के प्रभाव से कैंसर जैसे असाध्य रोग भी ठीक हो जाते है। बाबा के पास सभी तरह की बीमारियों को नापने का यंत्र भी है। जहां बाबा के भक्त बताते है कि बाबा के पास यंत्र तंत्र मंत्र सभी तरह का इलाज है। जिसकी वजह से तमाम लोग ठीक भी हो रहे है। तो वहीं बाबा हनुमान दास तंत्र मंत्र भूत प्रेत के इलाज से साफ मना करते हुए कहते हैं कि उनके पास गुरुओं,साधू संतो के आशीर्वाद से प्राप्त दिव्य आयुर्वैदिक औषधियां हैं।

जिनसे वो इलाज करते हैं।और उनके पास देश के कोने-कोने से लोग इलाज कराने आते है। बाबा अपने स्कैनर से बीमारियों को जान लेते है, और फिर पर्चा बनाते हैं। बाबा के पास नेगेटिव शक्तियों को भगाने के भी बहुत सारे नुस्खे है। बाबा के दिए फार्मूले से आयुर्वेदिक औषधियां बनती है और नशो को खोलने व गैस ठीक करने के अचूक फार्मूले भी है।

चित्रकूट के चमत्कारिक बाबा हनुमानदास का दावा, देखिये यहां

वीओ बाबा हनुमान दास चित्रकूट क्षेत्रांतर गत पालदेव गांव के पास रहते है। और कक्षा 8वीं में फेल होने के बाद गांव के पास स्थित पहाड़ी में बने मूरतध्वज आश्रम में संतो की सेवा में लग गए थे। और यही से बाबा ने संतो से दिव्य ज्ञान और सिद्धि प्राप्त की है। उसके बाद बाबा ने लोगों को दवा दुआ देना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे बाबा के पास लोग पहुंचने लगे, और उनके इलाज से लोगो की बीमारियां ठीक होने लगी। फिर बाबा के द्वारा किए जा रहे इलाज का वीडियो बनाकर किसी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया में डाल दिया। जिसके बाद बाबा देखते ही देखते फेमस हो गए। और अब बड़ी संख्या में लोग बाबा के पास अपनी समस्या लेकर आते है।बाबा हनुमान दास के द्वारा अब वहीं मूरतध्वज आश्रम के नीचे अपनी कुटिया बना ली गई है।

और वहीं पर लोगों का इलाज किया जाता है। वैसे तो बाबा हनुमान दास द्वारा पैरालाइसिस,साइटिका, गठिया,बाई बात,नसों के ब्लाकेज खोलने की दवाई दी जाती है,लेकिन इसके अलावा पहले और दूसरे स्टेज का कैंसर ठीक करने का दावा किया जाता है,साथ ही पित्त की थैली की पथरी की गांठ को भी अपनी दिव्य शक्ति से काट देने का दावा किया जाता है।बाबा के पास आने वाले लोग ठीक भी हो जाते हैं। हालांकि बाबा के पास पर्चे पहले से छपे हुए रहते है, और ज्यादातर लोगों को उन्हीं पर्चो में लिखी विधियों का पालन करने के लिए निर्देशित किया जाता है।

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