प्रयागराज। प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र स्थित विश्व हिंदू परिषद के शिविर में गंगा समग्र के कार्यकर्ता संगम आयोजित हो रहा है। इसमें सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी शामिल हुए।
उन्होंने दावा किया कि गंगा निर्मल और अविरल होकर रहेंगी। उनका कहना था कि इसके लिए लोगों में सिर्फ भक्तिभाव जगाना होगा।
आरएसएस प्रमुख ने लोगों को संबोधित करते हुए गंगा आरती की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि गंगा की निर्मलता के लिए जागरूकता की आवश्यकता है।
इसके लिए लोगों में भक्तिभाव जागृत करने के लिए गंगा आरती होनी चाहिए। कहा कि लोगों में गंगा के प्रति भक्ति भाव आरती के माध्यम से आएगा।
इसलिए गंगा किनारे के गांव में आरती अनिवार्य रूप से कराई जाए। जब भक्तिभाव जाग्रत होगा तो मन में यह भाव भी आएगा कि काम होगा और होकर रहेगा।
जिस तरह राम मंदिर बनने को लेकर यह नहीं स्पष्ट था कि कब बनेगा, लेकिन मन में निश्चय था कि यह काम होकर रहेगा। इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने प्रात:कालीन सत्र में विभिन्न राज्यों से आए पदाधिकारियों से उनके कार्यों का विवरण सुना। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी इस आयोजन में शामिल हुई।
विविध प्रांतों से आए पदाधिकारियों ने गंगा समग्र के कार्य की जानकारी दी। सभी प्रांतों के पदाधिकारी अपने क्षेत्र में पड़ने वाले गांव, वहां की आबादी गंगा किनारे कुल कितने गांव हैं वहां हो रहे कार्य की जानकारी दी।