गुजरात के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर किए जाने की वजह से पैदा हुए विवाद को लेकर सरकार की प्रतिक्रिया आई है। सरकार ने कहा है कि सिर्फ मोटेरा स्टेडियम का नाम ही बदला गया है, जबकि पूरे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम अभी भी सरदार पटेल के नाम पर ही है। मालूम हो कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्धाटन किया था। स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया था, जिसके बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं समेत सोशल मीडिया पर इसको लेकर सवाल खड़े होने लगे थे।
विपक्षी दलों के नेताओं ने स्टेडियम का नाम बदले जाने को लेकर कहा था कि यह सरदार पटेल का अपमान है। इस पर जब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ किया कि कॉम्प्लेक्स का नाम अभी भी वल्लभ भाई पटेल ही रहेगा। कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी देने आए प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर भी हमला बोला।
उन्होंने सवाल किया कि अभी तक सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने गुजरात के केवड़िया में बने सरदार पटेल के सबसे बड़े स्टेच्यू की भी प्रशंसा नहीं की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों कांग्रेस नेताओं ने अभी तक स्टेच्यू का दौरा तक नहीं किया है। उन्होंने कहा, ”मैं यह पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि वैश्विक स्तर पर प्रशंसा पाने वाले एक पर्यटक स्थल का अभी तक दौरा नहीं कियागया है और न ही दोनों कांग्रेस नेताओं ने उनकी प्रशंसा की है। और क्या कहा जाए।”
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नए सिरे से तैयार किए गए मोटेरा स्टेडियम का उद्घाटन किया जो दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं। राष्ट्रपति ने गृहमंत्री अमित शाह और खेलमंत्री किरेन रीजीजू समेत कई विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में स्टेडियम का उद्घाटन किया। यहां करीब 63 एकड़ से अधिक परिसर में फैले इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख 32 हजार है और इस पर 800 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। इससे पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड सबसे बड़ा स्टेडियम था जिसकी दर्शक क्षमता 90000 है।