यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की एक खाप पंचायत ने महिलाओं के ‘जींस’ पहनने और पुरुषों के ‘शॉर्ट्स’ पहनने पर पाबंदी लगा दी है। खाप ने कहा कि ये परिधान पश्चिमी संस्कृति का हिस्सा हैं और महिलाओं को साड़ी, घाघरा तथा सलवार-कमीज जैसे पांरपरिक भारतीय वस्त्र पहनना चाहिए। पंचायत ने यह चेतावनी भी दी है कि इस फतवे का उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुजफ्फरनगर में चरथावल के गांव पीपलशाह में भारतीय किसान संगठन की एक मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में क्षत्रिय समाज के लोग जुटे हुए थे। जो पंचायत चुनाव की जारी लिस्ट और आपत्तियों को लेकर चर्चा करने के लिए इकठ्ठा हुए थे। इस दौरान क्षत्रिय समाज ने आरक्षण समेत तमाम बातों पर चर्चा की। मीटिंग में वक्ताओं ने संस्कृति के परिधानों को अपनाने पर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि संस्कृति के अनुसार ही लड़के और लड़कियों को वस्त्र पहनना चाहिए।
ऐसे में मीटिंग में वक्ताओं की बात सुनने के बाद भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह ने फरमान जारी कर दिया अगर कोई भी लड़का यदि हाफ पैंट व लड़कियां अगर जींस पहनकर बाहर निकलती हैं तो उन्हें समाजिक दंड देते हुए समाज से बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा पहनावा ही हमारी संस्कृति की परिचायक है। इसी से हमारी पहचान बनती है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही वस्त्र धारण करना चाहिए।