लंदन: प्रथम पातशाही श्री गुरु नानक देव जी की 553वीं जयंती पर ब्रिटेन की धरती भी खालसाई रंग में रंगी नजर आई। इस उपलक्ष्य में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साउथाल द्वारा हवेलीक रोड से भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। श्री गुरु ग्रं साहिब की छत्रछाया में पांच प्रेमियों के नेतृत्व में एक सुंदर पालकी में सजा यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साउथॉल की गलियों से गुजरा और गुरुद्वारा सिंह सभा साउथल पार्क एवेन्यू पर समाप्त हुआ।
नगर कीर्तन में यूरोप और इंग्लैंड के लोग भारी बारिश में नतमस्तक हुए, वहीं इस में खालसाई शानो शौकत में अलग-अलग कीर्तनी जत्थे और सजाए गए। इस दौरान इंग्लैंड की धरती पर ‘बोले सो निहाल’ ‘सत श्री अकाल’ के जयकारे गूंजे । इस नगर कीर्तन में जहां जगजीत सिंह, लखविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, तरनवीर सिंह और बोधी सिंह ने पांच प्यारों के रूप में विशेष सेवा की, वहीं तरसेम सिंह, जगदीश सिंह जोहल, सुखदेव सिंह इस दौरान पालकी साहिब की सेवा कर रहे थे।
औजला और बिंदी सोही, भूपिंदर सिंह सोही, रविंदर सिंह धालीवाल, शरणबीर सिंह संघ, मनजीत सिंह आदि, हिम्मत सिंह सोही और हरमीत सिंह गिल, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साउथॉल के प्रमुख सेवादारों ने श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश दिया। उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी किसी धर्म के गुरु नहीं थे, बल्कि वे पूरी मानवता के स्वामी थे। उनके द्वारा रचित गुरबानी को पढ़कर उस पर अमल करने की जरूरत है।
उक्त विशाल नगर कीर्तन में लंदन के विभिन्न गुरुद्वारों और नानक नाम लेवा गुरसिख संगत की प्रबंधन समितियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नगर कीर्तन में भाग लेने वाले भक्तों के लिए अखंड लंगर, चाय-केक, फल और शीतल पेय आदि परोसे गए। इस दौरान तरसेम सिंह, हिम्मत सिंह सोही, कुलवंत सिंह भिंडर, हरमीत सिंह गिल, जगदीश सिंह जोहल, सुखदेव सिंह औजला, बिंदी सोही, भूपिंदर सिंह सोही, रविंदर सिंह धालीवाल, शरणबीर सिंह संघ, मनजीत सिंह आदि बच्चों ने भी सेवा की । इस दौरान खालिस्तान समर्थकों का जत्था भी नगर कीर्तन में शामिल नजर आया।