छतरपुर जिला के वन परिक्षेत्र बाजना अंतर्गत एक रहवासी बस्ती के निकट जंगली चीतल का शिकार देशी कुत्तों ने कर दिया। वन परिक्षेत्र बाजना के डिप्टी रेंजर रामेश्वर प्रसाद मिश्रा ने बताया कि आज सुबह लगभग 4:30 बजे ग्रामीणों से सूचना मिली कि कुत्तों का एक झुंड एक चीतल का शिकार करने का प्रयास कर रहा है।
जैसे ही सूचना मिली, डिप्टी रेंजर मिश्रा और बृजेश विल्थरे अपने दल के साथ तुरंत मौके पर रवाना हुए। वहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि कुछ कुत्ते झुंड में एक चीतल को घेरकर हमला कर रहे थे। वन अमले ने कुत्तों को भगाने और चीतल को बचाने का भरसक प्रयास किया। हालांकि, तब तक कुत्तों ने चीतल को पीछे से बुरी तरह घायल कर दिया था। हमले से डरा और घायल चीतल कुछ ही देर में दम तोड़ बैठा।
जंगल से भटककर आए चीतल का खतरनाक कुत्तों ने कियी शिकार
ग्रामीणों ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब चीतल भोजन की तलाश में बस्ती के पास आया था। जंगल से भटककर आए इस चीतल ने शायद ही सोचा होगा कि उसे ऐसे खतरनाक कुत्तों का सामना करना पड़ेगा।वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बाद, मृत चीतल को पोस्टमार्टम के लिए वकस्वाहा के सामुदायिक पशु चिकित्सालय ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सालय में डॉक्टर की अनुपस्थिति और आवश्यक सुविधाओं की कमी के चलते पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इसके बाद वन विभाग की टीम को चीतल के शव को बड़ामलहरा ले जाना पड़ा, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर से जंगली जानवरों और बस्तियों के बीच संघर्ष की गंभीरता को उजागर किया है। वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की घटनाओं की तुरंत सूचना दें और जंगली जानवरों को सुरक्षित रखने में सहयोग करें।