DESK: दिग्गज समाजवादी नेता और जनता दल के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार को मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में उनके पैतृक गांव में होगा. उनके करीबी सहयोगी ने ये जानकारी दी. शरद यादव का पार्थिव शरीर भोपाल पहुंच गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार को 75 साल की उम्र में गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था. जदयू की मध्य प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख और शरद यादव के करीबी सहयोगी गोविंद यादव ने कहा कि शरद यादव का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर नर्मदापुरम जिले की बाबई तहसील में उनके पैतृक गांव अंखमऊ में किया जाएगा.
दिवंगत नेता शरद यादव का पार्थिव शरीर लेकर उनके परिवार के लोग मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के लिए निकल चुके हैं. दिल्ली से स्पेशल फ्लाइट से शरद यादव का शव भोपाल लाया गया है और सड़क मार्ग से उनके पैतृक गांव अंखमऊ ले जाया जाएगा. शरद यादव का अंतिम संस्कार दोपहर 1:30 बजे होगा. दिवंगत नेता शरद यादव के भतीजे शैलेश यादव ने बताया कि अंतिम संस्कार शरद यादव के पुत्र शांतनु बुंदेला करेंगे. गौरतलब है कि शरद यादव ने एक छात्र नेता के रूप में अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद 1974 में मध्य प्रदेश के जबलपुर से लोकसभा उपचुनाव में तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में शरद यादव की जीत ने उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में ला खड़ा किया.
अपने लंबे राजनीतिक जीवन में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने सात बार लोकसभा चुनाव जीता. शरद यादव चार बार राज्यसभा सांसद भी रहे और प्रधानमंत्री वीपी सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे. जबलपुर के अलावा शरद यादव ने उत्तर प्रदेश के बदायूं और बिहार के मधेपुरा से लोकसभा के चुनाव जीते. जो किसी भी राजनेता के लिए एक दुर्लभ उपलब्धि थी. शरद यादव को उन प्रमुख नेताओं में से एक माना जाता है, जिन्होंने मंडल आयोग को लागू करवाने में एक बड़ी भूमिका निभाई थी.