DESK : छोटे बच्चों को लगाने के लिए जब भी कोई टेल्कम पाउडर खरीदने की बात होती है, तो उसमें सबसे पहले जॉनसन एंड जॉनसन की बेबी टेल्कम पाउडर का नाम सबसे पहले आता है। पिछले तीन दशक से जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर की बिक्री सबसे अधिक रही है। लेकिन अब कंपनी ने 2023 तक पूरी दुनिया में अपने बेबी टैल्कम पाउडर की बिक्री को बंद करने का फैसला लिया है। J&J का टैल्कम पाउडर अमेरिका और कनाडा में 2020 में ही बंद हो चुका है। अब कंपनी टैल्क बेस्ड पाउडर की जगह कॉर्न स्टार्च बेस्ड पाउडर बेचेगी
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
60 देशों में फैला है बाजार : जॉनसन एंड जॉनसन 60 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट तैयार करती है जबकि इसकी करीब 250 सब्सिडियरी हैं। इसके प्रोडक्ट 175 से ज्यादा देशों में बेचे जाते हैं। भारत में इसका कॉम्पिटिशन डाबर, हिन्दुस्तान यूनिलीवर और हिमालय जैसे ब्रांड से है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
टैल्क से कैंसर का खतरा
टैल्क से कैंसर के खतरे के आरोप लगते रहे हैं। दरअसल, जहां से टैल्क को माइन करके निकाला जाता है, वहीं से एस्बेस्टस भी निकलता है। एस्बेस्टस (अभ्रक) भी एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला सिलिकेट मिनरल है। ये शरीर को नुकसान पहुंचाता है। जब टैल्क की माइनिंग की जाती है तो उसमें एस्बेस्टस के भी मिलने का खतरा रहता है।