Joshimath Sinking: जोशीमठ संकट को लेकर सरकार अब भी गंभीर नहीं दिख रही है. जमीन दरकने की घटनाएं बढ़ने के बाद एक तरफ जहां यह दावा किया जा रहा है कि सभी निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं. वहीं दूसरी ओर जोशीमठ से कुछ दूरी पर पहाड़ की कटाई लगातार जारी है. हैवी मशीनों से पहाड़ तोड़ने का काम दिन-रात किया जा रहा है. ताजा मामला तपोवन से सामने आया है. यहां बड़े-बड़े ड्रिल हैमर मशीनों का इस्तेमाल करके पहाड़ काटकर सड़कों को चौड़ा करने का काम किया जा रहा है. यह वही इलाका है, जहां एनटीपीसी का प्रोजेक्ट मौजूद है. यह इलाका जोशीमठ से महज 12 किमी. दूर है.
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर सेपिछले दिनों भी मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आया था कि सीमा सड़क संगठन चारधाम ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत चल रहे सड़क चौड़ीकरण का कार्य करा रहा है. हालांकि बीआरओ के अधिकारी कर्नल मनीष कपिल ने पहाड़ काटे जाने की बात से इनकार किया था. उनका कहना था कि केवल रास्ते से मलबा हटाया जा रहा है.
मालूम हो कि सीएम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 8 जनवरी को खुद घोषणा की थी कि सभी बड़े प्रोजेक्ट फिलहाल रोक दिया गया है. वहीं जोशीमठ के जिला प्रशासन ने भी बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य और एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्यों पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा रखी है.