भारतीय सेना को लेकर मीडिया पर फर्जी खबर फैलाने वालों में एक प्रमुख नाम कथित बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर का भी सामने आया है। दरअसल, सोशल मडिया पर दावा किया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों ने अम्शीपुरा एनकाउंटर में 20 लाख रुपए लेकर आतंकवादियों को मारा। इस दावे को खारिज करते हुए भारतीय सेना ने सोमवार को ट्वीट किया।
सेना ने अपने बयान में कहा है कि यह दावा भारतीय सेना की प्रक्रियाओं के तथ्यों पर आधारित नहीं है। 3 युवकों को 2020 के जुलाई माह में आतंकवादी बताकर एक कथित फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया गया था। घटना की जांच के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से गठित विशेष दल ने अपनी चार्जशीट में कहा कि फर्जी एनकाउंटर के माध्यम से आरोपित कैप्टन भूपिंदर सिंह और दो अन्य नागरिकों- तबश नाजीर और बिलाल अहमद लोन ने वास्तविक अपराध के साक्ष्यों को जानबूझकर नष्ट किया।
Media reporting Amshipora encounter driven by 20 Lakh award for killing trts.Can confidently say Indian Army has no system of cash awards ‘for its personnel’ for any acts in combat situations or otherwise ‘in the line of duty’. Malafide and not based on facts of Army SOPs
— Syed Ata Hasnain (@atahasnain53) January 11, 2021
दरअसल, ये पूरा मामला जुलाई, 2020 में हुए एक एनकाउंटर का है। भारतीय सेना ने इस बात से इनकार किया है कि उसके कैप्टेन ने 20 लाख रुपए का इनाम पाने के लिए इस एनकाउंटर को अंजाम दिया, जैसा कि मीडिया में चलाया जा रहा है। श्रीनगर में कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए या कॉम्बैट की स्थिति में जब जवानों के लिए ऐसे किसी इनाम की व्यवस्था ही नहीं है, फिर ये सवाल कैसे उठता है?
उन्होंने कहा कि मीडिया में चल रही ख़बरें भारतीय सेना के आंतरिक सिस्टम के तथ्यों के एकदम विपरीत हैं। इस मामले में तमाम आरोप लगने के बाद पहले ही भारतीय सेना कोर्ट इंक्वायरी के लिए हरी झंडी दिखा चुकी है। मीडिया की रिपोर्ट्स में जम्मू कश्मीर पुलिस की चार्जशीट के आधार पर ये दावे किए जा रहे थे, लेकिन साथ ही ये भी कहा जा रहा था कि उनके पास चार्जशीट की कॉपी उपलब्ध नहीं है।
अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने रिपोर्ट को क्वोट करते हुए लिखा कि पहले तो भारतीय सेना ने कहा कि उसने तीन आतंकियों को मार गिराया, जबकि उसके बाद उसने खुद माना कि AFSPA 1990 के तहत उसे जो विशेष अधिकार दिए गए हैं, उसका उल्लंघन किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने सैड वाली इमोजी में डाली। सैयद अता हसनैन ने भी कहा है कि सेना में इस तरह के रिवार्ड्स का कोई सिस्टम ही नहीं है।
“While the army initially said that the three were terrorists, later it admitted that the powers vested under the AFSPA 1990 were exceeded by its men.” 😔😔😔😔😔 #kashmir
Army officer staged Shopian encounter for ₹20L, say police | Hindustan Times https://t.co/eQMFETneje— Swara Bhasker (@ReallySwara) January 11, 2021