1 जुलाई 2024 से अब आईपीसी धाराओं की जगह, लागू हूई ?

1 जुलाई 2024 से अब आईपीसी धाराओं की जगह, लागू हूई भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस 2023)
302 (हत्या) की जगह होगी_103

307 (हत्या का प्रयास)_109

323 (मारपीट)_115

354 (छेड़छाड़) की जगह_74

354ए (शारीरिक संपर्क और आगे बढ़ना)_76

354बी (शारीरिक संस्पर्श और अश्लीलता)_75

354सी (ताक-झांक करना)_77

354डी (पीछा करना)_78

363 (नाबालिग का अण्डरण करस)_139

376 (रेप करना)_64

392 (लूट करना)_309

420 (धोखाधड़ी)_318

506 (जान से मारने की धमकी देना)_351

304ए (उपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना)_106

304बी (दहेज हत्या)_80

306 (आत्महत्या के लिए उकसाना)_108

509 (आत्महत्या का प्रयास करना)_79

286 (विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण)_287

294 (गाली देना या गलत इशारे करना)_296

509 (लज्जा भंग करना)_79

324 (जानबूझकर चोट पहुंचाना)_118(1)

325 (गम्भीर चोट पहुंचाना)_118(2)

353 (लोकसेवक को डरा कर रोकना)_121

336 (दूसरे के जीवन को खतरा पहुंचाना)_125

337 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट पहुंचाना)_125(ए)

338 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट)_125(बी)

341 (किसी को जबरन रोकना)_126

284 (विषैला पदार्थ के संबंध में अपेक्षा पूर्ण आचरण)_286

290 (अन्यथा अनुबंधित मामलों में लोक बाधा दंड)_292

447 (अपराधिक अतिवार)_329(3)

448 (गृह अतिचार के लिए दंड)_329(4)

382 (चोरी के लिए मृत्यु क्षति)_304

493 (दूसरा विवाह करना)_82

495ए (पति या उसके रिश्तेदार द्वारा क्रूरता)_85

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