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मिर्जापुर के गंगा नदी में पानी में तैरता पत्थर बना आस्था का केंद्र…आप भी पढ़िए

पिंड दान कर रहे लोगों ने देखा, श्रीविष्णु मंदिर में पानी में डुबोया, नहीं डूबा तो करने लगे पूजा...

DESK:  मिर्ज़ापुर संवाददाता संतोष गुप्ता. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में गंगा नदी में सीकर में तैरता हुआ मिला पत्थर कौतूहल का विषय बना हैं। पानी मे तैर रहे पत्थर को मंदिर में रख कर ग्रामीण पूजा अर्चना कर रहे हैं

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चुनार तहसील क्षेत्र के सीखड़ में गंगा के पानी में तैरता हुआ पत्थर मिला।गंगा स्नान कर रहे लोगो के पास तैरता हुआ पत्थर पहुचा तो कौतूहल बस पत्थर को निकाल कर गंगा के किनारे पीपल के पेड़ के नीचे रख दिया।जिसकी सूचना ग़ांव वालो को मिलने पर पत्थर को चमत्कारिक मान कर उसकी अब पूजा अर्चना की जा रही है। मिर्ज़ापुर के सीखड़ ब्लाक के सीखड़ ग़ांव में स्थित बावनदेव मंदिर आश्रम परिसर में स्थित मंदिर में पत्थर को पानी की बाल्टी में रख कर पूजा-पाठ किया जा रहा है।

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पत्थर को देखने के लिए सुबह से ही मंदिर में भीड़ लगी हुई है।आस-पास के लोग आश्रम पहुच कर पत्थर को देख रहे श्रद्धा भाव से पूजा कर रहे है।पत्थर के बारे में बताते हुए मंदिर के संरक्षक शिव कुमार चौरसिया का कहना है कि ग़ांव के कुछ लोग गंगा स्नान कर रहे थे।इस बीच तैरता हुआ पत्थर उनके पास आ गया।

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जानकारी हुई तो पत्थर को उठा मंदिर लाया जहाँ पूजा पाठ किया जा रहा है। रामेश्वर में इस तरह का पत्थर मिलता है।उसी तरह का यह पत्थर है यह उनका चमत्कार है। पानी मे तैरने वाले इस पत्थर का वजन लगभग ढाई से तीन किलो तक का है ।यह गंगा के पानी मे ऊपर से पानी मे छोड़ने पर पानी मे गिरने के बाद यह तैरने लगता है।

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