केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर जारी है।
26 जनवरी हिंसा के बाद किसानों का मनोबल बिखरता नजर आ रहा था मगर अब फिर से किसानों ने कमान थाम ली है और पूरे जोश के साथ फिर से अपनी मांगों के साथ प्रदर्शन कर रहे है।
जहां एक तरफ किसान अपनी मांगों पर अड़े है वहीं दूसरी ओर सरकार भी अपनी जीद पर अड़ी है। किसानों का मानना है की चाहे कुछ हो जाए वे अपनी मांगे पूरी हुए बीना पीछे नहीं हटेंगे अब चाहे कुछ हो जाए।
बता दें, इस बार किसानों का जोश पिछली बार से भी ज्यादा है और किसान नेता लगातार अपने समर्थकों से हौसले से काम लेने को कह रहे है। किसानों का कहना है की हमारी लड़ाई लंबी चलेगी हमे हार नहीं माननी है हम लगातार अपनी मांगों को सरकार के सामने रखते रहेंगे।
अब किसान आंदोलन अपनी रफतार पकड़ रहा है। 18 फरवरी को रेल रोक कर प्रदर्शन करने के एलान के बाद दिल्ली की सीमाओं पर भीड़ जुटाने में किसान नेता पूरी कोशिश कर रहे है।