नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में एनसीसी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पीएम मोदी ने इस दौरान परेड का निरीक्षण कर कई कैडेट्स को सम्मानित किया। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।
इस रैली में थल सेना, नौसेना और वायुसेना की झांकी के जरिए ये जानकारी दी गई कि किस तरह कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जाती है। कोरोना काल के इस दौर में कोविड से संबंधित झांकियां भी निकाली गईं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान को बड़ी खूबसूरती से दर्शाया गया। प्रधानमंत्री ने यहां एनसीसी कैडेट्स को शुभकामनाएं दी और कहा कि ये देश का गौरव हैं। श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स और निदेशालय को पुरस्कृत किया गया। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना निदेशालय को सर्वश्रेष्ठ निदेशालय का खिताब मिला। महाराष्ट्र निदेशालय को चैंपियन ट्रॉफी का उपविजेता घोषित किया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि बाढ़ से लेकर हर प्राकृतिक आपदा में एनसीसी कैडेट्स ने लोगों की मदद की और कोविड महामारी के दौरान भी समाज की सेवा करने में प्रशासन की भरपूर मदद की। प्रधानमंत्री ने यहां नक्सलवाद का जिक्र किया और कहा कि सुरक्षाबलों के शौर्य के कारण नक्सलियों की कमर टूट गई और वो समाज की मुख्य धारा से जुड़ने लगे। अब कुछ ही जिलों में नक्सलवाद मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने देश की सीमावर्ती और समुद्री किनारों की रक्षा और सुरक्षा से जुड़े नेटवर्क को मजबूत करने के लिए एनसीसी की भागादारी को बढ़ाने पर जोर दिया। ऐसे 175 जिलों में एनसीसी को नया दायित्व दिया जाएगा। जिसमें गर्ल्स कैडेट्स की भूमिका भी अहम होगी।