नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शुक्रवार) को ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से लेकर गुजरात के नवसारी जिले के दांडी तक 241 मील के मार्च को हरी झंडी दिखाई।
इस मौके पर ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में आमसभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने साबरमती आश्रम जाकर महात्मा गांधी को नमन कर आजादी के अमृत महोत्सव की वेबसाइट लॉन्च की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन की इस ज्योति को निरंतर जागृत करने का काम हमारे संतों-महंतों और आचार्यों ने किया था।
पीएम मोदी ने कहा कि हम आज भी कहते हैं कि हमने देश का नमक खाया है। ऐसा इसलिए नहीं क्योंकि नमक कोई बहुत कीमती चीज है। ऐसा इसलिए क्योंकि नमक हमारे यहां श्रम और समानता का प्रतीक है। हमारे यहां नमक को कभी उसकी कीमत से नहीं आंका गया। हमारे यहां नमक का मतलब है- ईमानदारी। हमारे यहां नमक का मतलब है- विश्वास। हमारे यहां नमक का मतलब है वफादारी।
उन्होंने कहा कि 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, महात्मा गांधी का विदेश से लौटना, देश को सत्याग्रह की ताकत फिर याद दिलाना, लोकमान्य तिलक का पूर्ण स्वराज्य का आह्वान, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज का दिल्ली मार्च, दिल्ली चलो का नारा कौन भूल सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भी भारत की उपल्धियां आज सिर्फ हमारी अपनी नहीं हैं, बल्कि ये पूरी दुनिया को रोशनी दिखाने वाली हैं। पूरी मानवता को उम्मीद जगाने वाली हैं। भारत की आत्मनिर्भरता से ओतप्रोत हमारी विकास यात्रा पूरी दुनिया की विकास यात्रा को गति देने वाली है। हम भारतीय चाहे देश में रहे हों, या फिर विदेश में, हमने अपनी मेहनत से खुद को साबित किया है। हमें गर्व है हमारे संविधान पर। हमें गर्व है हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं पर। लोकतंत्र की जननी भारत, आज भी लोकतंत्र को मजबूती देते हुए आगे बढ़ रहा है।