नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व जल दिवस के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जलशक्ति अभियान ‘कैच द रेन’ को लॉन्च किया। इस मौके पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन-बेतवा लिंक परियोजना से संबंधित दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए।
इस अभियान के तहत बारिश के पानी को सुरक्षित रखने और जल संरक्षण के लिए आम जनता को जागरुक किया जाएगा। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत वर्षा जल का जितना बेहतर प्रबंधन करेगा उतना ही भूजल पर देश की निर्भरता कम होगी। इसलिए ‘कैच दे रेन’ जैसे अभियान चलाए जाना और सफल होने बहुत जरूरी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम जब तेज विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं तो ये प्रभावी जल प्रबंधन के बिना संभव ही नहीं है। भारत के विकास का विजन, भारत की आत्मनिर्भरता का विजन, हमारे जल स्रोतों, हमारी जल कनेक्टिविटी पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि सेना के लिए कहा जाता है कि शांति के समय जो सेना जितना पसीना बहाती है, युद्ध के समय खून उतना कम बहता है। मुझे लगता है कि ये नियम पानी पर भी लागू होता है। अगर हम बारिश के पहले पानी बचाने का काम करते हैं तो अकाल के कारण जो नुकसान होता है वो बच जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सिर्फ डेढ़ साल पहले हमारे देश में 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से सिर्फ साढ़े 3 करोड़ परिवारों के घर नल से जल आता था। मुझे खुशी है कि जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद इतने कम समय में ही लगभग 4 करोड़ नए परिवारों को नल का कनेक्शन मिल चुका है।