नई दिल्ली। बांग्लादेश के दो दिवसीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी आज (शनिवार) को ओराकांडी के मतुआ समुदाय के मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना की। बता दें कि ओराकांडी वो जगह है जहां मतुआ समुदाय के संस्थापक हरिशचंद्र ठाकुर का जन्म स्थान है। यहां उन्होंने कहा कि आज श्री श्री हॉरिचान्द ठाकुर जी की कृपा से मुझे ओराकान्डी ठाकुरबाड़ी की इस पुण्यभूमि को प्रणाम करने का सौभाग्य मिला है।
ओराकंडी में पीएम मोदी ने कोरोना महामारी पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कोरोन काल में दोनों ही देशों ने अपने सामर्थ को दिखाया है। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया वैक्सीन भारत-बांग्लादश के हर जन तक पहुंचे, भारत इसे अपना कर्तव्य समझता है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं श्री श्री हॉरिचान्द ठाकुर जी, श्री श्री गुरुचान्द ठाकुर जी के चरणों में शीश झुकाकर नमन करता हूँ। किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओराकान्दी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं, जो भारत में रहने वाले ‘मॉतुवा शॉम्प्रोदाई’ के मेरे हजारों-लाखों भाई-बहन ओराकान्दी आकर महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा कि श्री श्री हॉरिचान्द देव जी की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने में, दलित-पीड़ित समाज को एक करने में बहुत बड़ी भूमिका उनके उत्तराधिकारी श्री श्री गुरुचॉन्द ठाकुर जी की भी है। श्री श्री गुरुचॉन्द जी ने हमें ‘भक्ति, क्रिया और ज्ञान’ का सूत्र दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के मेरे भाई-बहनों के लिए ये तीर्थ यात्रा और आसान बने, इसके लिए भारत सरकार की तरफ से प्रयास और बढ़ाए जाएंगे। ठाकूरनगर में मौतुवा शॉम्प्रोदाय के गौरवशाली इतिहास को प्रतिबिंबित करते भव्य आयोजनों और विभिन्न कार्यों के लिए भी हम संकल्पबद्ध हैं।
मौतुवा शॉम्प्रोदाय के हमारे भाई-बहन श्री श्री हॉरिचान्द ठाकुर जी की जन्मजयंति के पुण्य अवसर पर हर साल ‘बारोनी श्नान उत्शब’ मनाते हैं। भारत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस उत्सव में शामिल होने के लिए, ओराकान्दी आते हैं।
भारत आज ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहा है, और बांग्लादेश इसमें ‘शोहो जात्री’ है। वहीं बांग्लादेश आज दुनिया के सामने विकास और परिवर्तन का एक मजबूत उदाहरण पेश कर रहा है और इन प्रयासों में भारत आपका ‘शोहो जात्री’ है।