दिल्ली। संसद के बजट सत्र में आज खास दिन है। दरअसल, कृषि कानूनों को लेकर पिछले कई महीनों से जारी बवाल के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में संबोधित कर रहे हैं। यहां प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण सुनने के लिए सब होते तो लोकतंत्र की गरिमा और बढ़ जाती। लेकिन राष्ट्रपति जी के भाषण की ताकत इतनी थी कि न सुनने के बाद भी बात पहुंच गई।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट आया तो भारत के लिए दुनिया चिंतित थी। अगर भारत खुद को नहीं संभाल पाया तो दुनिया के लिए संकट होगा। भारत ने अपने देश के नागरिकों की रक्षा करने के लिए एक अज्ञात दुश्मन से जंग लड़ी। लेकिन आज विश्व इस बात पर गर्व कर रहा है कि भारत ने ये लड़ाई जीती है। ये लड़ाई किसी सरकार या व्यक्ति ने नहीं जीती, लेकिन भारत को तो इसका क्रेडिट जाता है।
इसके अलावा कोरोना से युद्ध के दौरान घरों में दीपक जलाने के पीएम मोदी के आह्वान को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में एक बूढ़ी महिला ने झोपड़ी के बाहर दीया जलाया, लेकिन उसका भी मजाक उड़ाया गया।
विपक्ष ऐसी बातों में ना उलझे, जिनसे देश के मनोबल को चोट पहुंचे। वहीं कोरोना काल में ताली- थाली को लेकर विपक्ष की टिप्पणियों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आलोचना ठीक है लेकिन ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिससे देश का आत्मविश्वास प्रभावित होता हो। कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।