उत्तर प्रदेश

गोरखपुर : लॉकडाउन में अनोखा विरोध, बारिश के बाद सड़क पर हुए जलजमाव में धरने पर बैठे सपा पार्षद

उत्तप प्रदेश के गोरखपुर जिले के बेतियाहाता मोहल्‍ले का मामला

गोरखपुर। ताउते तूफान के कहर का असर कई राज्‍यों में मूसलाधार रिकार्ड बारिश के रूप में सामने आया है। ऐसे में बरसों का रिकार्ड टूटने वाली बारिश में शहरों में जलजमाव होना भी स्‍वाभाविक है। हालांकि 24 घंटे से अधिक समय से लगातार हो रही बारिश से कई शहरों में मकान और पेड़ तक गिर गए हैं। लेकिन, यूपी के गोरखपुर में अलग ही नजारा देखने को मिला है। कोरोना के कहर के बीच लॉकडाउन के दौरान जहां लोग घरों में दु‍बके हैं वहीं, रिकार्ड बारिश के बाद सड़क पर जमा हुए बारिश के पानी में सपा पार्षद विरोध जताने के लिए धरने पर बैठ गए हैं।

बता दें कि गोरखपुर के बेतियाहाता मोहल्‍ले में 24 घंटे से अधिक समय से रुक-रुक हो रही बारिश के कारण सड़क पर पानी जमा हो गया है। जिसके विरोध में वार्ड नंबर 21 के सपा पार्षद विश्‍वजीत त्रिपाठी नगर निगम के खिलाफ विरोध जताने के लिए धरने पर बैठ गए। उन्‍होंने नगर निगम के अधिकारियों और महापौर के साथ नगर आयुक्‍त पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वे चार साल से वार्ड की समस्‍याओं के समादान के लिए नगर आयुक्‍त, महापौर और अन्‍य अधिकारियों को पत्र दे रहे हैं लेकिन, उन्‍हें चार साल से आश्‍वासन ही दिया जा रहा है। समास्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।

पार्षद विश्‍वजीत त्रिपाठी का आरोप है कि इस वार्ड के लिए चार साल से रुपए स्‍वीकृत नहीं किए गए। उन्‍होंने आरोप लगाया कि कितने नगर आयुक्‍त आए और चले गए लेकिन, उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। उन्‍होंने कहा कि यहां आए दिन लोग पूछते हैं कि पार्षद जी सड़क कब बनेगी। मैं उनको कोई जवाब नहीं दे पाता हूं। उन्‍होंने कहा कि महिलाएं और बच्‍चे घर से नहीं निकल पा रहे हैं। बुजुर्ग घर से बाहर निकलते हैं  तो दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें इस समस्या के समाधान का आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक उनका धरना जारी रहेगा। उन्‍होंने कहा कि दो हजार की आबादी वाले इस मोहल्‍ले में 250 मकान हैं। अधिकारियों की जिम्‍मेदारी कब तय होगी। हर रोज झूठा आश्‍वासन मिलने से वो अब ऊब चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह दो लाख की आबादी के आवागमन का मुख्‍य मार्ग है। यहां की जनता नगर निगम को सबसे अधिक टैक्‍स देते हैं। यहीं कारण है कि उन्‍हें इस गंदे पानी में धरने पर बैठना पड़ा है।

उधर, पार्षद के धरने पर बैठने की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे नगर निगम के मुख्‍य अभियंता सुरेश चन्‍द्र ने बताया कि उन्‍हें पार्षद के गंदे पानी में धरने पर बैठने की जानकारी मिली है। उन्‍होंने बताया कि यहां पर नाला साफ कराना जरूरी है। उसे करवा दिया जाएगा। आगे वो पुलिया बनाने की मांग कर रहे हैं। उसे भी देख लेते हैं। उन्‍होंने कहा कि देख लेते हैं कि पानी को कहां से निकाला जा सकता है। जल्द ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।

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