एक वीडियो ने दुनिया भर के देशों की नींद उड़ा दी है. ये वीडियो है रूस के राष्ट्रपति पुतिन और नार्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन की, दरअसल पुतिन किम जोंग उन से मिसने के लिए उनके देश पहुंच गए. ऐसा नहीं कि पुतिन पहली बार नार्थ कोरिया पहुंचे हैं पुतिन इससे पहले भी नार्थ कोरिया की यात्रा कर चुके हैं, हालांकि उस दौरे को दो दशक से अधिक का समय बीत चुका है। रूस पर नजर रखने वाले दशों को कई महीने पहले से मालूम था कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नार्थ कोरिया के दौरे पर जाने वाले हैं। हालांकि, किसी को यह नहीं पता था कि यह दौरा कब होने वाला है। इस दौरे की खबर आते ही अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ गई है।
2022 में यूक्रेन पर रूस के अटैक के बाद से पुतिन के लिए ये एक जरूरी विदेश यात्रा मानी जा रही है। वहीं, ये नार्थ कोरियाई राष्ट्रपति किम जोंग उन के लिए भी एक बेहद जरूरी मीटिंग है, जिन्होंने कोविड-19 महामारी से किसी बड़े वैश्विक नेता की मेजबानी नहीं की है। इस यात्रा से दोनों शक्तियों के बीच रिश्ते मजबूत होने की उम्मीद है क्योंकि दोनों ही देशों को अमेरिका और यूरोप फुटी आंख नहीं भाते. यानी पुतिन और किम जोंग दुश्मन का दुश्मन दोस्त वाली स्ट्रेटजी पर चल रहे हैं. आपको ये भी बता दें कि यूक्रेन से युद्ध में किम जोंग ने पुतिन का खुलकर समर्थन भी किया था.
पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि रूसी राष्ट्रपति की नार्थ कोरिया की यात्रा का एजेंडा “बहुत ही महत्वपूर्ण” है। उशाकोव ने कहा कि दोनों नेता एक नई रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें यात्रा के मुख्य कार्यक्रम बुधवार को निर्धारित किए गए हैं। उशाकोव ने जोर देकर कहा कि यह समझौता आक्रामक या दूसरे देशों के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पूर्वोत्तर एशिया में अधिक स्थिरता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि नया समझौता 1961, 2000 और 2001 में मास्को और प्योंगयांग के बीच हस्ताक्षरित दस्तावेजों की जगह लेगा। लेकिन पश्चिमी देश इस किसी समझौते की तरह नहीं बल्कि एक खतरे की तरह देख रहे हैं..