राहुल गांधी कब क्या बोल दें क्या कर दें ये किसी को कुछ पता नहीं होता है। आजकल राहुल गांधी देश में भारत जोड़ों न्याय यात्रा लेकर निकले हैं। अभी असम में इस यात्रा को लेकर उनकी वहां के सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा से खूब नोंकझोक हुई थी, लेकिन अब ये यात्रा झारखंड पहुंच चुकी है। न्याय यात्रा के 21वें दिन राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय झारखंड के देवघर पहुंची तो राहुल गांधी यहां के बाबा वैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंच गए। इस दौरान राहुल गांधी ने जो वेशभूषा पहन रखी थी उसे देखकर आप भी एक बार सोच में पड़ जाएंगे। गुलाबी धोती पहने और माथे पर चंदन लगाए ये राहुल गांधी ही हैं।
लेकिन जब इतनी तैयारी के बाद भी पूजा की ये वीडियो सामने आई तो लोगों ने ये पूछना शुरू कर दिया क्या कोई जबरदस्ती उनसे पूजा करवा रहा था ? जनता तो जनता है। राहुल जब मंदिर से निकले तो वहां मौजूद लोगों ने राहुल गांधी की हूटिंग करते हुए नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। पब्लिक यहीं नहीं रूकी उसने जय श्रीराम के नारों से राहुल को चिढ़ाना शुरू कर दिया। जिसके बाद राहुल शाम को देवघर से धनबाद के लिए निकल गए क्योंकि रात को यात्रा यहीं रूकी थी। अब राहुल गांधी की न्याय यात्रा आज झारखंड के धनबाद से बोकारो के लिए निकल गई। राहुल बोकारो में चास के जोधाडीह मोड़ से राजेंद्र नगर तक पदयात्रा करेंगे।राहुल गांधी ने 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की थी। 20 मार्च को खत्म होने वाली यात्रा 15 राज्य और 110 जिलों के 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल गांधी बस से और पैदल 6700 किमी का सफर तय करेंगे।
न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए 20 मार्च को महाराष्ट्र के मुंबई में खत्म होगी। 66 दिनों तक चलने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी। राहुल अपनी इस न्याय यात्रा के जरिए 15 राज्यों की 100 लोकसभा सीटों पर फोकस कर रहे हैं।आपको बता दें भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिन UP में रहेगी। यह यात्रा 11 दिन में 20 से ज्यादा जिले कवर करके कुल 1074 KM की दूरी तय करेगी। UP में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट पर सिमट गई थी। रायबरेली से केवल सोनिया गांधी को जीत मिली थी।
इस चुनाव में कांग्रेस अपनी पैतृक सीट अमेठी भी हार गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया था। ऐसे में कांग्रेस का फोकस लोकसभा की कई अहम सीटों पर रहेगा। इनमें वाराणसी, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और प्रयागराज शामिल हैं।