DESK : जोशीमठ में जमीन धंसने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सिंहधार वॉर्ड में भगवती मंदिर धराशायी हों चुका है। जमीन धंसनें कें बाद तबाही की पहली घटना है। जोशीमठ में करीब 603 घरों में दरारे आ चुकी हैं। प्रभावितों कों सुरक्षित विस्थापित करना सरकार कें सामने एक बड़ी चुनौती साबित होगी। वहीं इस घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से होईल की है की वह जल्द से जल्द लोगों की मदद करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उत्तराखंड के जोशीमठ से आ रही तस्वीरें अत्यंत भयावह हैं, जिन्हें देख कर काफी विचलित हूं। घरों में चौड़ी दरारें, पानी का रिसाव, ज़मीन का फटना और सड़कों का धंसना बेहद चिंताजनक है। एक हादसे में, भूस्खलन से भगवती मंदिर तक ढह गया।
प्रकृति के विरुद्ध जा कर, पहाड़ों पर लगातार खुदाई और अनियोजित निर्माण से आज जोशीमठ के लोगों पर भयानक संकट टूट पड़ा है। इस कड़कड़ाती ठंड में, इस आपदा ने लोगों से उनके आशियाने छीन लिए हैं। वहां के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि जल्द से जल्द लोगों की मदद करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं। उत्तराखंड सरकार से अपेक्षा है कि वो इस कठोर मौसम में लोगों का संज्ञान ले कर उनके तत्काल पुनर्वास का प्रबंध करे और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
बता दें कि राज्य सरकार ने कहा है कि जिन लोगों के घर प्रभावित हुए हैं और उन्हें खाली करना है, उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से अगले छह महीने के लिए किराए के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे। जोशीमठ की एक मुख्य सड़क पर, उसके बगल में झुकी हुई एक झुकी हुई होटल इमारत इस बात का द्योतक है कि किस तरह से चमोली जिले के पहाड़ी शहर में बिना रुके हुए विकास ने दरारें पैदा कर दी हैं।