राज बब्बर

गुरुग्राम से नहीं लड़ेंगे चुनाव ‘राज बब्बर’

हरियाणा: गुरूग्राम लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर लगातार इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. हरियाणा में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले उन्होंने एक ऐसा ऐलान किया है जिसने हरियाणा कांग्रेस में हलचल मचा दी है. दरअसल लोकसभा के बाद अव विधानसभा में हरियाणा की गुरुग्राम सीट से कांग्रेस के उम्मींदवार के रूप में राज बब्बर को ही देखा जा रहा था। चर्चा ये थी कि राज बब्बर ही गुरुग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अब उन्होंने अपने बयान से साफ़ कर दिया है हरियाणा की विधानसभा सीट से वो चुनाव नहीं लड़ेंगे।

राज बब्बर

Raj Babbar ने कहा कि अगर वो चुनाव लड़ेंगे और अगर कांग्रेस की सरकार बनती तो वह सीएम कुर्सी के मामले में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा के लिए चैलेंज बन सकते हैं लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी राज बब्बर गुरुग्राम में एक्टिव है। वह न केवल लोगों से मिल रहे हैं बल्कि उनकी समस्याओं को अफसरों तक भी पहुंचा रहे हैं। इसी से कयास लगाए जा रहे थे कि वह विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। पहले उनसे इस बारे में सवाल पूछा गया था तो उन्होंने हंसकर टाल दिया था।

लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों बोला ये भी साफ़ नहीं है की आखिर वो राजनीती से दूर जा रहे है या अपना पल्ला पलटना चाहते है
राज बब्बर ने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा- ”मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। मैंने अभी तक इस बारे में नहीं सोचा और न ही विधानसभा चुनाव लड़ा। मुझे कोई विधानसभा चुनाव लड़ने की पेशकश भी नहीं करेगा। 26 साल से मैं सक्रिय राजनीति में हूं लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने का मन नहीं हुआ।

बब्बर ने हुड्‌डा को लेकर कहा कि भूपेंद्र हुड्‌डा से मेरी पहचान राजनीति की वजह से नहीं है। मैं जब राजनीति में नहीं था और हुड्‌डा भी नहीं थे, तब से वे मेरे दोस्त हैं। हुड्‌डा पॉलिटिकली बहुत प्रोफेशनल हैं। वह कभी दोस्ती को सामने नहीं रखते। वह दोस्ती निभाते हैं।

बब्बर ने कहा कि भूपेंद्र हुड्‌डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला से उनके संबंध ठीक है। सबसे अच्छी बोलचाल है। राज बब्बर ने कहा कि उनका कोई ग्रुप नहीं है। मैं कुमारी सैलजा की भी इज्जत करता हूं। उनके जेहन में क्या है, ये वही जानें। रणदीप सुरजेवाला भी मुझे बहुत इज्जत देते हैं। वह मुझे भाई मानते हैं। वही एक ऐसे शख्स थे, जो चाहते थे कि मैं हरियाणा में आऊं. राज बब्बर ने इस बार गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। भाजपा ने यहां से केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को टिकट दी थी। राव लगातार 5 बार के सांसद और 2 बार के केंद्रीय राज्य मंत्री थे। ऐसे में राज बब्बर की एंट्री से वह कड़े मुकाबले में फंस गए। हालांकि वह चुनाव जीतने में कामयाब रहे लेकिन कांग्रेस का यह दांव उन पर भारी पड़ता नजर आया।

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