राहुल गांधी के बाद अखिलेश यादव ने संसद को माहौल गर्मा रखा है, अखिलेश यादव ने संसद में भाषण दिया. कभी तंज भरे लहजे में तो कभी शायराना अंदाज में अखिलेश यादव ने मोदी सरकार को लपेटने की कोशिश की.
अखिलेश यादव ने बीजेपी के 400 पार नारे का भी मखौल बनाया है. अखिलेश ने कहा कि जनता कह रही है कि यह चलने नहीं गिरने वाली सरकार है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत हुई है. यूपी विधान सभा में तो अखिलेश यादव को पहले भी कई बार बोलते और बीजेपी पर तंज कसते देखा होगा, लेकिन अब लोकसभा में अखिलेश का वही रूप और तौर तरीका उनके और समाजवादी पार्टी के समर्थको को भा रहा है.
लोकसभा में अखिलेश ने कहा कि चुनाव के समय बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया लेकिन वो चला नहीं. एक शेर पढ़ते हुए अखिलेश ने कहा कि – मैं कहना चाहता हूं कि ‘आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर…..दरबार तो लगा है, लेकिन गमगीन हैं सब दरबार लगा है लेकिन बेनूर है.’
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है. जनता कह रही है कि सरकार चलने वाली नहीं है. ये गिरने वाली सरकार है. अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते से हुए कहा कि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में है जो अटकी हुई. वो तो कोई सरकार नहीं.
सपा नेता ने कहा कि पूरा इंडिया समझ गया है कि इंडिया ही प्रो इंडिया है. इस चुनाव में इंडिया की नैतिक जीत है. ये पीडीए, इंडिया की सकारात्मक जीत है. ये सोशल जस्टिस मुहीम की विक्ट्री है. ये हम इंडिया वालों के लिए जिम्मेदारी भरा पैगाम भी है. अखिलेश ने कहा कि 4 जून 2024 का दिन देश में सांप्रदायिक राजनीति के अंत का दिन है. साथ ही सामूदायिक राजनीति की शुरुआत हुई है. इस चुनाव में सांप्रदायिक राजनीति हमेशा के लिए हार गई है