DESK: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर के पूर्व विधायक आजम खान को बीते दिनों कोर्ट ने सजा सुनाई थी. उन्हें रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाने के साथ ही 25 हजार रूपए का जुर्माना लगाया है. जिसके बाद उनकी विधायक की सदस्यता भी खत्म हो गई. हालांकि इन दुख के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनके साथ खड़े दिख रहे हैं. इस मामले में उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है.
सपा प्रमुख ने आजम खान के खिलाफ हो रही कार्रवाईयों को पक्षपात बताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “पक्षपात सबसे बड़ा अन्याय होता है. दुर्भावना से किसी एक को लक्षित करके बिना बात के किसी बात की सजा देना और अन्य को आरोपों से मुक्त करना नाइंसाफी है.” हालांकि इससे पहले भी सजा के एलान के बाद ही अखिलेश यादव ने इस मामले में प्रतिक्रिया दी थी.
बीजेपी पर पहले भी साधा था निशान
अखिलेश यादव ने इससे पहले कहा था, “बीजेपी सरकार के निशाने पर मुख्य रूप से रामपुर के समाजवादी नेता आजम खान साहब हैं. उनपर रोज फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है. आजम खान बीजेपी सरकार की आंखों में इसलिए खटकते हैं क्योंकि वे सांप्रदायिक ताकतों की धुर विरोधी हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “आजम खान संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं. आजम खान नफरती राजनीति के विरोधी थे इसलिए वे बीजेपी की आंख की किरकिरी बन गए हैं. विधानसभा में उनके अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से बीजेपी नेता असहज रहते थे, इसलिए उनके खिलाफ षडयंत्र के बीज बोए जाने लगे.” बता दें कि आजम खान को सजा होने के बाद से ही विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.