उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में खेत में अर्धनग्न जली अवस्था में मिली बीए की छात्रा के मामले में अहम खुलासा हुआ है। शुक्रवार को पुलिस ने घटना छात्रा की सहेली समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी स्वामी चिन्मयानंद के एसएस कॉलेज में पढ़ते हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सहपाठी ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उससे दुष्कर्म की कोशिश की थी। विरोध पर उस केरोसिन डालकर जलाने की कोशिश की गई। छात्रा का लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल हॉस्पिटल) में इलाज चल रहा है।
शाहजहांपुर में बीए की छात्रा को जिंदा जलाने के मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद का एसएस कॉलेज एक बार फिर सुर्खियों में आ गया था। इसी कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा सोमवार की शाम रिंगरोड पर जली अवस्था में मिली थी। वह कॉलेज पढ़ने आई थी जिसके बाद उसे किसने जलाया और वह रिंगरोड कैसे पहुंची इस बात की जानकारी पहले लोगों को नहीं हो सकी थी।
तिलहर के नगरिया मोड़ पर खेतों में बीए छात्रा जली हुई अवस्था में पड़ी मिली थी। अर्थनग्न अवस्था में मिली छात्रा को स्थानीय लोगों ने कपड़े दिये औऱ पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस के जरिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि वह अपने पिता के साथ सोमवार को एसएस कॉलेज में पढ़ने के लिए आई थी। 3 बजे छुट्टी होने के बाद वह नहीं मिली। करीब 5:00 बजे पुलिस ने घरवालों को सूचना दी कि उनकी बेटी जाली हुयी हालत में मिली है। आनन-फानन में पुलिस ने झुलसी हुई छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया।
छात्रा 65 फीसदी तक जल चुकी है। उसकी हालत नाजुक होने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया, लेकिन इस बात पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है कि कॉलेज से नगरिया मोड़ पर कैसे पहुंची? उसे किसने आग लगाई या खुद आग लगाई अभी तक इस बात का पता नहीं लग पाया है। वहीं, अस्पताल में भर्ती छात्रा ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में बताया है कि उसके सहपाठी ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर उससे दुष्कर्म की कोशिश की थी।