DESK: दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को सुधरकर ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई, जो एक दिन पहले ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सुबह 9 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 295 दर्ज किया गया। कुल 37 में से 21 निगरानी स्टेशनों में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। NSIT द्वारका में 399, शादीपुर में 346, आनंद विहार में 342, आरके पुरम में 328 और जहांगीरपुरी में 326 AQI दर्ज किया गया।
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार को 346 था जो शनिवार को सुधरकर 303 रहा। गुरुवार को यह 295 था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है।
IMD ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 83 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिन के दौरान मुख्य रूप से आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
DESK: दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह 9 बजे 311 दर्ज किया गया। यह जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से मिली। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
एक्यूआई 37 निगरानी स्टेशनों में से 27 में ‘बहुत खराब’ दर्ज किया गया। एक्यूआई जहांगीरपुरी में 351, नेहरू नगर में 347, श्री अरबिंदो मार्ग में 339, आरके पुरम में 335 और बवाना में 334 दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर में न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से एक डिग्री कम 12.6 डिग्री दर्ज किया गया। विभाग ने कहा कि सुबह साढ़े आठ बजे वायु में सापेक्षिक आर्द्रता 76 फीसदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया कि अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहेगा और दिन के समय आसमान साफ रहेगा। आईएमडी ने कहा कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मौसम के औसत से एक डिग्री कम है। सीपीसीबी ने कहा कि शुक्रवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 346 रहा।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तीसरे चरण के तहत पाबंदियां जारी रहेंगी क्योंकि इस क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर रोक लगा दी गई हैं। ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और पत्थर तोड़ने के संचालन की अनुमति नहीं है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं बृहस्पतिवार के 1,893 से बढ़कर शुक्रवार को 3,916 हो गईं, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक हैं।