बदायूं आर्या न्यूज़ संवाददाता रितेश चौहान। मुजरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जाहिदपुर घंसुलिया का मामला,हत्या की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है नामित आरोपी गिरफ्तार,पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
आपको बता दें पूरा मामला बदायूं के थाना मुजरिया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम जाहिदपुर घंसुलिया का है जहां पर पुरानी रंजिश के चलते एक व्यक्ति को ने खेत पर जाकर गोली मार दी जिस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई. सूचना पाकर थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बदायूं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ओपी सिंह मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया मुजरिया थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के पिता ने नामित तहरीर दी है तहरीर के आधार पर आरोपी वीरपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। बदायूं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जल्द से जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए जिसके लिए टीमें गठित की गई हैं
Indian Air Force: एयर फोर्स डे से पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने बड़ा एलान किया है. वायुसेना प्रमुख ने बताया कि तहत ‘एयर वॉरियर’ की भर्तियों को सुव्यवस्थित कर दिया गया है. इस साल दिसंबर में 3,000 अग्निवीर वायु को भारतीय एयर फोर्स में शामिल किया जाएगा. साथ ही महिला अग्निवीरों की भर्ती की योजना अगले साल के लिए बनाई है.
उन्होंने बताया कि LAC से लगे इलाकों में डिसइंगेजमेंट की गई है. चीनी वायु सेना की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है. रेडार और वायु रक्षा नेटवर्क की उपस्थिति बढ़ाई गई है. साथ ही उचित समय पर गैर-एस्केलेटर उपाय किए हैं.
यूक्रेन-रूस युद्ध का जिक्र: इस दौरान उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध का भी जिक्र किया. कहा कि दोनों देशों में युद्ध को 6 महिने हो चुके हैं, अभी तक हमें किसी भी स्पेयर पार्ट्स की कमी महसूस नहीं हुई है. हमने पिछले कुछ सालों में स्वदेशी को काफी बढ़ावा दिया है और हमने 62,000 स्पेयर पार्ट्स को यहीं से खरीदा है. इसलिए हमारी निर्भरता यूक्रन, रूस से कम हुई है.
LAC पर स्थिति पर लगातार नजर: LAC पर स्थिति को लेकर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि LAC की स्थिति सामान्य है, यह कहने के लिए पहले की स्थिति में लौटना होगा. सभी बिंदुओं से पूरी तरह से वापसी करनी होगी. उन्होंने बताया कि LAC पर स्थिति की निगरानी की जा रही है.
खास होगा इस बार का एयर फोर्स डे : बता दें कि एयर फोर्स डे से पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आरचौधरी वायुसेना सालाना प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करने कर रहे हैं. दरअसल, अक्टूबर को वायुसेना अपना 90वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है. इस साल वायुसेना की सालाना परेड और फ्लाई पास्ट चंडीगढ़ में होने जा रही है.
यह पहली बार सबसे बड़ा फ्लाई पास्ट होगा, जो करीब 2 घंटे तक चंडीगढ़ के सुप्रसिद्ध सुकना लेक के आसमान में होगी. कुल 83 एयरक्राफ्ट हिस्सा लेंगे. पहली बार एलसीएच कॉम्बेट हेलीकॉप्टर भी हिस्सा लेंगे.
AARYAA NEWS DESK : भारतीय वायुसेना ने पहले स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर, सीमा के करीब जोधपुर में तैनात किए जाएंगे और सोमवार को एक सैन्य समारोह में रक्षा मंत्री खुद एलसीएच वायुसेना को सौपेंगे.देश की एयर-पावर और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में 3 अक्टूबर यानी आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) ने इसी साल मार्च में 15 स्वदेशी लाइट अटैक हेलीकॉप्टर (एलसीएच) खरीदने को मंजूरी दी गई थी. 3387 करोड़ मे ये हेलीकॉप्टर एचएएल से खरीदे गए हैं. इनमें से 10 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए हैं और 05 भारतीय सेना (थलसेना) के लिए.
वायुसेना से पहले थलसेना ने स्वदेशी कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, एलसीएच को अपने जखीरे का हिस्सा बना लिया है. गुरूवार को भारतीय सेना ने बताया कि एचएएल ने दो लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, एलसीएच एविएशन कोर को सौंप दिए हैं. एलसीएच देश का पहला अटैक हेलीकॉप्टर है जिसे सरकारी उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल ने तैयार किया है.
क्या हैं एलसीएच की खूबियां?
लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर यानि एलसीएच हेलीकॉप्टर का वजन करीब 6 टन है, जिसके चलते ये बेहद हल्का है जबकि अमेरिका से लिए गए अपाचे हेलीकॉप्टर का वजन करीब 10 टन है. वजन कम होने के चलते एलसीएच हाई ऑल्टिट्यूड एरिया में भी अपनी मिसाइल और दूसरे हथियारों से लैस होकर टेकऑफ और लैंडिंग कर सकता है.
एलसीएच अटैक हेलीकॉप्टर में फ्रांस से खास तौर से ली गई ‘मिस्ट्रल’ एयर टू एयर यानि हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल और हवा से जमीन पर मार करने वाले मिसाइल से लैस है.
एलसीएच में 70 एमएम के 12-12 रॉकेट के दो पॉड लगे हुए हैं.
इसके अलावा एलसीएच की नोज़ यानि फ्रंट में एक 20एमएम की गन लगी हुई है जो 110 डिग्री में किसी भी दिशा में घूम सकती है.
पायलट के हेलमेट पर ही कॉकपिट के सभी फीचर्स डिसपिले हो जाते हैं.
एलसीएच स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर को करगिल युद्ध के बाद से ही भारत ने तैयार करने का मन बना लिया था. क्योंकि उस वक्त भारत के पास ऐसा अटैक हेलीकॉप्टर नहीं था जो 15-16 हजार फीट की उंचाई पर जाकर दुश्मन के बंकर्स को तबाह कर सके. इस प्रोजेक्ट को 2006 में मंजूरी दी गई.
पिछले 15 सालों की कड़ी मेहनत के बाद जाकर ये लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर तैयार हुआ है
अपाचे और एलसीएच में क्या है खास अंतर?
भारत ने भले ही हाल में अमेरिका से बेहद ही एडवांस अटैक हेलीकॉप्टर अपाचे खरीदे हों लेकिन करगिल और सियाचिन की चोटियों पर अपाचे को भी टेक ऑफ और लैंडिंग में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बेहद लाइट यानि हल्का होने और खास रोटर्स होने के चलते एलसीएच इतनी उंची चोटियों पर भी अपने मिशन को अंजाम दे सकता है.