Tag Archives: #kishan aandolan

रामायण के ‘लक्ष्मण’ ने लगाई रिहाना की क्लास, कहा- ‘देश के मामले में दखल देने का हक नहीं’

दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन की गूंज अब विदेशों में भी सुनाई दे रही है। ऐसे में कुछ विदेशी सितारों ने इस मुद्दे पर ट्वीट भी किया, हालांकि ये बात हमारे देसी स्टार्स को पसंद नहीं आई और अधिकतर सितारों ने विदेशी सेलेब्स की इस मुद्दे पर क्लास लगा दी। वहीं इस लिस्ट में अभिनेता सुनील लहरी का भी नाम शामिल है।

रामानंद सागर की रामायण में लक्ष्मण का किरदार निभाकर हर दिल में बसने वाले सुनील लहरी ने भी सोशल मीडिया पर रिहाना को लताड़ा है। सुनील लहरी ने ट्वीट करते हुए रिहाना सहित अन्य विदेशी सेलिब्रिटीज को इस मामले से दूर रहने की हिदायत दी है।

इस मामले में सुनील लहरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘रिहाना या किसी और विदेशी को हमारे देश के किसान आंदोलन या किसी भी मामले में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।

अपनी प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए हम सक्षम है’। वहीं याद दिला दें कि सुनील से पहले ‘रामायण’ में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त की थी और इसे षड्यंत्र बताया था। ताकि भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश विरोधी तत्वों द्वारा खराब की जा सके।’

किसान आंदोलन को लेकर राज्यसभा में हंगामा, सभापति ने सांसदों को सदन से किया बाहर

नई दिल्ली।  महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान लगातार केंद्र के तीनों कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं। बजट सत्र शुरू होने के बाद संसद में आंदोलन की गूंज साफ सुनी जा सकती है। बीते मंगलवार को भी दोनो सदनों की कार्रवाई हंगामें के कारण कई बार स्थगित करनी पड़ी। वहीं, बुधवार को भी राज्यसभा में काफी हंगामा देखने को मिला।

दरअसल, किसानों के समर्थन में आम आदमी पार्टी के तीन सांसद राज्यसभा में नारेबाजी कर रहे थे, जिसके कारण सदन की कार्रवाई बार-बार बाधित हो रही थी। हंगामे और नारेबाजी को देखते हुए सभापति ने हंगामा कर रहे आप के तीन सांसदों को बाहर जाने का नोटिस थमा दिया।

 कौन थे ये तीन सांसद?

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, सुशील गुप्ता, एनडी गुप्ता को सभापति की ओर से बाहर जाने का नोटिस मिलने के बाद भी जब वे सदन से बाहर नहीं गए तो मार्शल बुलाकर उन्हें सदन से बाहर किया गया।

वेंकैया नायडू ने कहा- जब मुद्दे पर चर्चा का समय है तो ये नारेबाजी क्यों? सभापति ने कहा कि ये तानाशाही नहीं चलेगी। बता दें कि सदन में कृषि कानून को लेकर कई दल सरकार के विरोध में हैं।

सिंघु बॉर्डर पर पुलिस बजा रही ‘संदेशे आते हैं’, किसानों ने कहा- बंद करो ये गाने

दिल्ली : केंद्र के लाए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। इन धरनास्थलों पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।

किसान संगठनों का कहना है कि पुलिस जगह-जगह डीजे बजा रही है, जिसमें ‘संदेशे आते हैं’ जैसे मशहूर गाने चल रहे हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति ने मांग की है पुलिस के पास बज रहे डीजे को बंद किया जाए क्योंकि इससे उन्हें दिक्कत हो रही है। समिति ने इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी की है और एक वीडियो भी शेयर किया है।

समिति ने प्रेस रिलीज में लिखा है, ‘केंद्र सरकार को वार्ता से पहले सभी गिरफ्तार किसानों को रिहा करना चाहिए। बैरिकेडिंग, पानी, इंटरनेट और वॉशरूम पर प्रतिबंध हटा दिया जाना चाहिए ताकि सामान्य स्थिति बहाल हो सके और पंडाल के पास पुलिस के डीजे बंद किए जाएं।’

किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, प्रदेश महासचिव सरवन सिंह पंधेर, प्रदेश उपाध्यक्ष सविंद्र सिंह चताला ने प्रेस को एक लिखित बयान में कहा है कि संगठन का कानूनी प्रकोष्ठ और दिल्ली का कानूनी प्रकोष्ठ मिलकर काम कर रहे हैं।

समिति के मुताबिक, पश्चिम विहार वेस्ट (बाहरी जिला) पुलिस स्टेशन में 12 एफआईआर, अलीपुर (बाहरी उत्तर) पुलिस स्टेशन में 35 एफआईआर, नजफगढ़ (द्वारका) में 7 एफआईआर, नांगलोई (आऊट्र डिसट्रिक्ट) 8 एफआईआर, सीमापुरी (शाहदरा) 3 एफआईआर, उत्तम नगर (द्वारका) पुलिस स्टेशन में 8 एफआईआर दर्ज की गई हैं।