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जींद में बुलाई गई थी महापंचायत, राकेश टिकैत के पहुंचते ही धड़ाम से गिरा मंच… वीडियो वायरल

 

नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 70 दिनों से जारी है। इस बीच हरियाणा के जींद में आयोजित किसान ‘महापंचायत’ के दौरान मंच टूट गया। मंच टूटने की घटना जब हुई उस वक्त मंच पर भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और अन्य मौजूद थे।

जींद के कंडेला गांव में महापंचायत आयोजित हुई।इसमें कई खाप नेताओं ने भाग लिया। इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।टिकैत उत्तर प्रदेश और दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राकेश टिकैत ने किसानों का समर्थन जुटाने के लिए जींद में महापंचायत में भाग लिया।

किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई. इसमें करीब 400 जवान घायल हो गए। इस घटना के बाद गाजीपुर में चल रहे आंदोलन के खत्म होने की आशंका मंडराने लगी थी। हालांकि टिकैत की भावुक अपील ने किसान आंदोलन में नई जान फूंक दी।

किसान आंदोलन को मिल रहा है विदेशों से भी समर्थन, इस पॉप सिंगर ने ट्वीट कर बढ़ाया किसानों का हौसला

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के बॉर्डर्स पर लगातार 70 दिनों से किसान डटे हुए हैं। किसान केंद्र के तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग कर रहे हैं। वहीं, अब इस आंदोलन पर पूरी दुनिया की नजर है। हॉलीवुड की मशहूर सिंगर रिहाना ने ट्वीट कर किसान आंदोलन का समर्थन किया है। रिहाना ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि हम किसानों से बात क्यों नहीं कर रहे हैं?

दरअसल, आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिस दौरान कुछ अराजकत्तवों ने काफी हिंसा की थी, जिसे देखते हुए सरकार ने अब कड़ा पहरा लगा दिया है। दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया था।

दिल्ली में घुस नहीं पाएंगे किसान, टीकरी बॉर्डर पर लगाई गई नुकीली कीलें

नई दिल्ली। टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। पहले यहां पर सीसी की दीवार बनाई गई थी। सात लेयर में बैरिकेडिंग कर रखी थी, मगर अब सड़क खोदकर उसमें लंबी-लंबी कीलें व नुकीले सरिया लगा दिए गए हैं।

दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को यहां पर और भी मजबूत कर दिया गया है। बॉर्डर पर रोड रोलर भी अब खड़े कर दिए गए हैं ताकि किसान अगर दिल्ली में घुसने का प्रयास करें तो उन्हें रोकने के लिए रोड रोलर को सड़क पर खड़ा किया जा सके। यहां पर कई लेयर की सुरक्षा व्यवस्था बॉर्डर पर ही थी।

इसके बाद टीकरी कलां गांव तक जगह-जगह बैरिकेडिंग की दीवार खड़ी कर दी थी। टीकरी बॉर्डर पर ही दिल्ली पुलिस की ओर से सीसी की दीवार बना दी गई थी। चार फीट मोटी यह दीवार बनाई गई है।

इसके 10 कदम पर दिल्ली की तरफ एमसीडी टोल के पास बॉर्डर पर ही सड़क खोद कर उसकी जगह पर सीमेंट में लोहे की कीलें लगवा दी गई हैं। साथ ही लोहे के सरिया नुकीले बनवाकर यहां पर लगवा दिए गए हैं, ताकि कोई भी वाहन यहां से गुजर ना सके। यहां से लोगों के आने-जाने में भी काफी परेशानी होगी।

अगर किसान ट्रैक्टर लेकर यहां से दिल्ली में घुसने की कोशिश करेंगे तो कीलों की वजह से वाहन का पंक्चर हो जाएगा। पूरा टायर खराब हो जाएगा। यहां से निकलना अब मुश्किल होगा। बॉर्डर पर सुरक्षा बलों की 15 कंपनियां पहले से ही तैनात हैं। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के बाद यहां हर रोज सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है।  इसी कड़ी में लोहे की कीलें लगाई गई हैं।