Tag Archives: Nitish Kumar

सत्ता परिवर्तन के बीच बिहार में आज बैठकों का दौर, नीतीश कुमार ले सकते हैं बड़ा फैसला…

DESK : बिहार की राजनीति के लिए मंगलवार का दिन काफी अहम साबित हो सकता है. सूबे में जारी सियासी हलचल के बीच एक साथ कई दलों ने अपने विधायकों की बैठक 9 अगस्‍त 2022 को बुलाई है, ऐसे में सभी की निगाहें इन बैठकों पर जा टिकी हैं. मंगलवार को सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के अलावा एनडीए में उसकी सहयोगी जीतन राम मांझी की पार्टी हम के अलावा महागठबंधन के सबसे बड़े दल राजद ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. तीनों पार्टियों के विधायक दल की बैठक में क्या कुछ होता है, इसको लेकर अभी से ही कयासों का दौर शुरू हो गया है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

दूसरी तरफ तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली राजद ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. दिन के 11 बजे से राबड़ी आवास में होने वाली इस बैठक पर भी सभी की निगाहें हैं, क्योंकि ताजा घटनाक्रम में बिहार में सत्ता परिवर्तन का दावा किया जा रहा है. साथ ही बिहार की सत्‍ता में तेजस्वी यादव की वापसी की भी बात कही जा रही है. बिहार की ही एक अन्य पार्टी जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. मांझी ने इसके लिए अपना दिल्ली का दौरा भी छोटा कर दिया. ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिहार की राजनीति में कुछ बड़ा होने वाला है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

कांग्रेस की बैठक
इससे पहले सोमवार को बिहार में कांग्रेस ने अपने विधायकों की बैठक की. जेडीयू की बात करें तो नीतीश कुमार अपने विधायकों और सांसदों से अलग-अलग बैठक करेंगे. दिन के 11 बजे पटना के सीएम हाउस में बैठक होने वाली है जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार पहले अपनी पार्टी के 16 सांसदों के साथ बैठक करेंगे इसके बाद विधायकों पर भी वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे साथ ही उनका मंतव्य भी जानेंगे.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

नया दाव
सोमवार की शाम कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में बिहार में कांग्रेस ने नया दाव चल दिया. पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुले रूप से बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी है. जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी के बीच रहे उठापटक और सरकार को लेकर चल रहे रस्साकस्सी को लेकर कांग्रेस ने यह निर्णय लिया. कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के आवास पर हुई थी. इस बैठक में बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित तमाम विधायक शामिल रहे थे.

बिहार दिवस: सीएम नीतीश कुमार ने किया वर्चुअल आयोजन, राष्‍ट्रपति कोविंद व PM मोदी ने दी शुभकामनाएं

आज से ठीक 109 वर्ष पहले सन् 22 मार्च 1912 को बिहार की स्‍थापना बंगाल से अलग करके की गई थी। बिहार पहले ‘मगध’ के नाम से जाना जाता था। बिहार का वर्णन मगध, मिथला और अन्य-धार्मिक ग्रंथों और प्राचीन भारत के महाकाव्यों में देखने को मिलता हैं। दुनिया का सबसे पहला गणराज्य बिहार के वैशाली में स्थापित किया गया था। जब हमारा देश आजाद हुआ तब बिहार में से झारखण्ड को अलग कर दिया गया था। हमारा बिहार हमेशा से कई मायनों में आर्कषण का केंद्र रहा हैं। कहते है बिहार का बच्चा-बच्चा राजनीति का गुर अपने माँ के कोख़ से सीख के आता है इसलिए भी बिहार हमेशा से राजनीति का केंद्र बिंदु भी रहा है। आज इसके 109 वर्ष पूरे होने पर सोमवार को बिहार दिवस समारोह का वर्चुअल आयोजन ज्ञान भवन में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया। आईए जानते है बिहार की कुछ रोचक जानकारीयां-

बिहार भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक राज्य है। इसकी राजधानी पटना है। बिहार को बौद्ध सन्यासियों का जन्म स्थान कहा जाता हैं। बिहार शब्द की उत्त्पति बौद्ध सन्यासियों के ठहरने के स्थान “विहार” शब्द से हुआ, जिसे विहार के स्थान पर “बिहार” को संबोधित किया जाता है। बिहार को हमेशा से शांतिप्रिय और अहिंसा प्रिय भूमि कहा जाता रहा है। बोधगया में लोग दूर- दूर से शांति प्राप्त करने के लिये आते थे और आज भी आते हैं। नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय हैं। बौद्ध और जैन धर्मों को अलावा सिख धर्म के 10वें गुरु गोविंद सिंह का जन्म भी बिहार के पटना में हुआ था।

देश के स्वतंत्रता आन्दोलन के बाद बिहार की वापस उन्नति हो गयी थी| महात्मा गांधीजी ने इसी बिहार से सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरुवात की थी। गांधीजी को अंग्रेजो ने बिहार यात्रा के दौरान बिहार के मोतीहारी जेल में भेज दिया था। 18 मार्च 1974 को जब जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में पटना में छात्र आंदोलन की शुरूआत हुई थी, आज जिसे जेपी आंदोलन के नाम से भी जानते हैं। इसी आंदोलन के चलते देश के लोकतंत्र को काला समय यानी ‘आपातकाल’ भी कहते हैं। इस आंदोलन के बाद बिहार में राजनीतिक और सामाजिक स्थिति में बहुत सारा बदलाव हो गये थे। हिंदी सिनेमा में बिहार को जिस तरीके से माफिया लोगो का अड्डा या फिर गुंडा राज दिखाया जाता रहा है। बिहार की ऐसी छवि कभी थी ही नहीं ये तो कुछ लोगों ने और कुछ तथाकथित राजनीतिक पार्टिया ने बिहार की छवि ऐसा बना दी है कि आज बिहार के लोग खुद को बिहारी कहने से डरने लगे है। बिहार में लड़की रोड पर नहीं निकल सकती, एक शरीफ इन्सान यहाँ नहीं रह सकता, बिहारी हर बात में गाली का इस्तेमाल करता हैं, गोली बंदूक का हर घर में मिलना, उन्हें शर्म आनी चाहिए जो लोग इस पावन भूमि का अपमान कर रहे है उन्हें ये बात याद रखना चाहिए कि वो माँ सीता की जन्म भूमि हैं, वो गौतम बुद्ध की तपोभूमि हैं। वो भूमि जहां विश्वामित्र का आश्रम था जहां राम-लक्ष्मण की प्रारंभिक शिक्षा संपन्न हुई। वो राज्य जहां नालंदा और विक्रमशिला जैसे पुरात्व विश्वविधालय है।


लेकिन सच तो ये भी है कि आज भी बिहार में परंपरा, सांस्कृतिक, अनुशासन देखने को मिलता हैं। आज आलम ये हैं कि बिहारी को एक अलग नजर से देखा जाता हैं, उन्हें बेबकूफ समझा जाता हैं। तो दोस्तों, हमारा बिहार इतने IAS/IPS देश को देता हैं जितना केरला, आन्ध्र-प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात मिलकर भी नहीं दे पाते। आज सर्वाधिक बैंक पीओ बिहारी है जो अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा हैं। इंजीनियरिंग स्तर पर भी देखे तो बिहार से सबसे ज्यादा आईआईटी के बच्चें निकलते है वो अन्य राज्यों से कहीं ज्यादा हैं। यहां का कौशल ही तो है कि 12 साल के लड़के ने आईआईटी में सफलता हासिल की थी। बिहार अकेला ऐसा राज्य हैं जहाँ किसान के आत्म-हत्या करने का अनुपात ना के बराबर हैं, न ही कर्ज तले दबे हैं। अन्य राज्य के मुकाबले यहां साम्प्रदायिक हिंसा, बलात्कार दहेज जैसे घटना कम हैं। बिहार में एक रिक्शा चलाने वालों को भी ‘आप’ कह कर बुलाते हैं। ये सारे संस्कार बिहार में देखने को मिलते हैं।

बिहार राज्य कई मायने में महत्त्वपूर्ण रहा है क्योकिं भारत के कई महान पुरुष बिहार में जन्में हैं। प्राचीन समय के कई राजा जिन्होनें ने भारत पर राज किया वे भी बिहार में ही जन्में थे जैसे अशोक सम्राट, चंद्रगुप्त मौर्य़, राजा विक्रमादित्य। बिहार वो राज्य जहां महान कवि कोकिल विद्यापति, रामधारी सिंह दिनकर का जन्म हुआ, यही से देश के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद का जन्म हुआ। अगर नदियों की बात करें तो यहां गंगा, बागमती, कोशी, कमला, गंडक, घाघरा, सोन, पुनपुन, फल्गू नदियाँ बहती हैं। बिहार अपने भाषाओं के लिए भी प्रचलित हैं। यहां हिंदी के अलावा अंगिका, भोजपूरी, मगही, मैथली और वजजिका भाषाएं बोली जाती हैं। मिथिला पेंटिस जो लगभग सैकड़ों साल पुराना है आज देश और विदेश में प्रसिद्ध चित्रकला के रूप में विख्यात हैं।

हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जाता हैं उस दिन सभी सरकारी संस्थानों और बैंको की छुट्टी होती हैं। कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूलों- कॉलेजों में बच्चों द्वारा किए जाते हैं। मुख्यमंत्री राज्यों के लोगों को संबोधित करते है और उन्हें बधाईयां देते है। बिहार में महात्मा गाँधी सेतु, नालंदा विश्वविद्यालय, महाबोधि मंदिर, राजगीर, विष्णुपाद मंदिर और बोधगया मंदिर यह सब पर्यटन स्थल है ये पर्यटन स्थल जो कि बिहार की शोभा बढ़ाते है। यह दशरथ मांझी का बिहार है, यहां मोहब्बत के जिद में पहाड़ तोड़ देते है और जो आँच आई स्वाभिमान पे तो कर हौसला बुलंद सारी दुनिया पर छाप छोड़ देते है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान, बिहार में सभी को मुफ्त में लगेगा कोरोना का टीका

बिहार। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने जन्मदिन पर घोषणा की है कि राज्य में सभी को कोरोना वैक्सीन का टीका मुफ्त में लगाया जाएगा। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में मुफ्त में कोरोना वैक्सीनेशन किया जाएगा। यहां तक कि निजी अस्पतालों में भी यह सुविधा मुफ्त रहेगी।

उन्होंने कहा कि 50 निजी अस्पतालों में टीका लगवाने का अधिकतम सेवा शुल्क 100 रुपये और टीका का अधिकतम मूल्य 150 रुपये होगा। यह कुल 250 रुपये प्रति टीका की राशि राज्य सरकार वहन करेगी। कोरोना के निशुल्क टीकाकरण का निर्णय नवंबर 2020 की राज्य कैबिनेट की बैठक में हुआ था।

बता दें कि टीकाकरण के लिए निजी अस्पतालों के चयन के लिए चार मानक निर्धारित किये गये हैं। इनमें वैक्सीनेटर की उपलब्धता, कोल्डचेन सुविधा, रजिस्ट्रेशन व टीकाकरण के लिए पर्याप्त जगह सहित टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए किसी भी आंशिक प्रभाव का परखने की सुविधा शामिल है। मानकों पर खरा उतरने पर फिलहाल 50 अस्पतालों का चयन हुआ है। उनका भौतिक सत्यापन चल रहा है।

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 70वां जन्मदिन आज, बधाई देने वालों को लगा तांता

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें बाधाई देने वालों का तांता लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जन्मदिन को उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड ‘विकास दिवस’ के रूप में मना रही है। इस मौके पर पार्टी कार्यालय में 70 पौंड का केक काटा जाएगा। नीतीश कुमार के जन्मदिन के मौके पर जदयू कार्यकर्ताओं द्वारा पटना की सडकों पर कई बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री को नीतीश कुमार को जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनाएं भी खूब दी जा रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश को उनके जन्मदिन की बधाई दी। पीएम ने ट्वीट कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं। उनके नेतृत्व में बिहार में राजग सरकार राज्य के विकास के लिए कई उपाय कर रही है। उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।

इसके अलावा बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार को उनके जन्मदिन की बधाई दी है। तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को उनके 70वें जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके स्वस्थ, सुखी और दीघार्यु जीवन की कामना करता हूं।

बिहार : राज्य में शराब बंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही ये बात ?

नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी लोगों की भलाई के लिए है और यह आगे भी लागू रहेगी और इसमें कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी। वहीं शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराब मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं।  लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि शराबबंदी गलत है। ये बातें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पुलिस सप्ताह के मौके पर BMP5 में आयोतिज सामरोहिक परेड कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि शराबबंद से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि साल 2016 के अप्रैल से 2021 के जनवरी तक 2,55,111 मामले दर्ज हुए हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी में शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो रही है। पुलिस और मद्य निषेध के 619 कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही, 348 पर FIR और 186 कर्मियों को बर्खास्त किया गया है।

बिहार : पुलिस सप्ताह-2021 के समापन समारोह  में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने कही ये बात, पढिए पूरी खबर

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पुलिस सप्ताह-2021 के समापन समारोह के मौके पर बीएमपी-पांच के मिथलेस स्टेडियम पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून का राज रहे यही हमारा उद्देश्य है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कई पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लोगों की भलाई के लिए हैं और यह आगे भी लागू रहेगी और इसमें कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी. वहीं शराबबंदी के बाद भी बिहार में शराब मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं। लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि शराबबंदी गलत है। इस दौरान सीएम ने अच्छे काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया।

मुख्‍यमंत्री ने शराब के सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्‍तारपूर्वक समझाते हुए कहा कि दारू पीने से 18 फीसद आत्‍महत्‍या के मामले देखे गए हैं। इस पर डब्‍ल्‍यूएचओ ने रिसर्च रिपोर्ट भी जारी किया है। 27 फीसद सड़क दुर्घटनाएं ड्राइवर के शराब पीने की वजह से होती  हैं। शराब का सेवन करने वाले 48 फीसद लोग लिवर की गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं।

26 फीसद लोगों को माउथ कैंसर और  पेनक्रियाज की बीमारी हुई है. शराब पीने वाले युवाओं की मृत्‍यु दर 13.5 फीसद है। इसके सेवन से 200 प्रकार के रोग होते हैं।

रिपोर्ट- श्रवण राज

बिहारः कटिहार के NH-32 पर ट्रक से टकराई स्कॉर्पियों, एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत तीन गंभीर रूप जख्मी

नई दिल्ली। मंगलवार सुबह बिहार के कटिहार जिले के एनएच 32 पर बड़ा हादसा देखने को मिला। कुर्सेला थाना क्षेत्र के कोसी पुल पर एक स्कॉर्पियो और ट्रक में टक्कर हो गई। इस दौरान स्कॉर्पियों चालक समेत 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। वहीं घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। बता दें कि सभी मृतक समस्तीपुर जिले के रोसड़ा के रहने वाले थे और एक ही परिवार से संबंधित थे।

घटना की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि बिहार के कटिहार में हुई सड़क दुर्घटना में कुछ लोगों की मृत्यु हो जाने की दुखद जानकारी मिली है। पीएम ने मृतक के स्‍वजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट किया है। साथ ही उन्‍होंने घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।

बिहार के मुख्‍यमंत्री नतीश कुमार ने कहा इस घटना पर दुख व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि घटना हृदय को झकझोर करने वाली है। लगातार सड़क हादसों में वृद्धि चिंताजनक है। उन्‍होंने कहा कि मृतक के स्‍वजन को अनुग्रह राशि दी जाएगी। साथ ही घायलों का समुचित इलाज कराया जाएगा। इसके लिए संबंधित जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिया गया है।

उपमुख्‍यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कटिहार में दो दिनों में सड़क हादसे में एक दर्जन से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई। उन्‍होंने इस घटना में दुख व्‍यक्‍त किया है। स्‍वजनों के प्रति संवेदना जताई है। उन्‍होंने सभी से अपील की है कि यातायात नियमों का पालन करें।

यहां बता दें कि कल भी कटिहार में सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत और आधे दर्जन लोग जख्‍मी हो गए थे। सभी एक शादी समारोह से लौट रहे थे। इसके अलावा कल कटिहार, खगडिया, सुपौल और भागलपुर में कई जगहों पर सड़क हादसे में दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी।

जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह एन एच 31 पर कुरसेला थाना क्षेत्र के कोसी पुल पर एक स्कार्पियो व ट्रक की टक्कर में स्कार्पियो के चालक समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रुप से जख्मी हो गए। सभी मृतक समस्तीपुर जिले के रोसड़ा वार्ड नंबर दो के रहने वाले थे और एक ही परिवार से संबंधित थे। वे लोग कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र स्थित पचमा फुलवरिया गांव एक लड़के के छेका के लिए आए थे। यहां से लौटने के के दौरान सुबह करीब छह बजे यह घटना घटी है।

मृतकों में शिवजी महतो, नंदलाल महतो, राजकुमार, अजय महतो, रामस्वरुप साह एवं संतोष कुमार शामिल हैं। घायलों में कैलाश महतो, अर्जुन महतो व सुनील महतो का इलाज फिलहाल चल रहा है। तीनों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है। इस हादसे के कारण तकरीबन दो घंटे तक एन एच पर जाम लगा रहा और घटनास्थल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

जानकारी के अनुसार शिवजी सिंह अपनी पुत्री के लिए लड़का देखने स्वजनों व रिश्तेदारों के साथ पंचमा निवासी जनकलाल चौधरी के घर आए थे। यहां से सुबह साढ़े बजे के करीब वे लोग स्कार्पियो से समस्तीपुर के लिए रवाना हुए थे। लगभग साढ़े पांच बजे यह घटना घटी है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच स्थिति की जानकारी ली और सभी शवों को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए कटिहार भेज दिया है। इसकी सूचना मृतकों के स्वजनों को भी दे दी गई है। बता दें कि सोमवार को भी एनएच 31 पर समेली के समीप ट्रक व आटो की टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई। एन एच पर वाहनों की बेलगाम रफ्तार लगातार दुर्घटना का सबब बन रहा है। एनएच पर डिवाइडर नहीं होना भी घटना का एक अहम कारण माना जाता है।

बजट 2021: बिहार सरकार ने पेश किया बजट, 2 लाख 18 हजार करोड़ के बजट में इन मुद्दों रहा विशेष जोर

नई दिल्ली। सोमवार को उपमुख्‍यमंत्री व वित्‍त मंत्री तार किशोर प्रसाद ने बिहार विधानमंडल में 2 लाख 18 हजार करोड़ का बजट पेश किया। 22 फरवरी को भोजनावकाश के बाद राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक सरकार साल 2021-22 का बजट पेश किया।

बजट भाषण के आरंभ में ही वित्त मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की कविता पढ़ी, जो बाधाओं से जूझने के लिए प्रेरित करती हैं- ‘बाधाएं आती हैं आएं… कदम मिलाकर चलना होगा।’ उन्‍होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से हम आर्थिक संकट से बाहर निकल पाए हैं। कोरोना अभी टला नहीं है। विपत्तियों से हम घबराते नहीं हैं। अंधकार के बाद नया सवेरा आता है।

बजट सत्र शुरू होने से पहले से विपक्ष महंगाई, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत, कोविड-19 जांच के आंकड़े में फर्जीवाड़ा और कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार की एनडीए सरकार पर हमवालर रही।

दो लाख 18 हजार करोड़ का होगा बिहार का बजट

बिहार विधानसभा में वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को अगले वित्तीय वर्ष के लिए कुल दो लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। कोरोना की मुश्किलों के बावजूद आम लोगों को राहत देते हुए किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाया गया है। पिछले साल से यह सात हजार करोड़ रुपये ज्यादा का बजट है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में बिहार का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ रुपये का था। बजट में वित्त मंत्री ने अगले वित्तीय वर्ष में दो लाख 18 हजार 502 करोड़ की अनुमानित आय का दावा किया है। योजना मद में एक लाख 51 हजार 881 करोड़ रुपये खर्च करने की व्यवस्था की गई है।

महिला सशक्तिकरण पर जोर

बजट का सबसे मजबूत पक्ष है 20 लाख लोगों को इसी वित्तिय वर्ष में नौकरी और महिला सशक्तिकरण। इसके लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं लाने की घोषणा की है। महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए खजाना खोला गया है। कोई महिला अगर अपना उद्योग लगाना चाहे तो उसे पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। साथ ही अतिरिक्त पांच लाख रुपये का ऋण ब्याज मुक्त दिया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग में दो सौ करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। अगले चार वर्षों में सात निश्चय -2 की योजनाओं पर काम होगा।

शायरी से समापन

वित्‍त मंत्री ने इस शायरी के साथ बजट भाषण का समापन किया – ‘ उनकी शिकवा है कि मेरी उड़ान कुछ कम है। रख हौसला वह मंजर भी आएगा। प्यासे के पास, चलकर समंदर भी आएगा। थककर न बैठ मंजिल के मुसाफिर। मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा।’

पशुधन एवं कृषि के लिए भी बड़ी घोषणा

पशुओं का इलाज मुफ्त होगा। पंचायत स्तर पर पशु अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी। टेलीमेडिसिन से भी पशु अस्पताल जुड़ेंगे। लोगों के घरों में भी पहुंचकर पशुओं का इलाज होगा।

देसी गायों के संवर्धन के लिए गोवंश अस्पताल की स्थापना की जाएगी। इन योजनाओं के लिए पांच सौ करोड़ की व्यवस्था की गई है। पशुओं के लिए डोर स्टेप इलाज की व्यवस्था होगी। काल सेंटर बनाए जाएंगे। सभी चिकित्सा सेवा मुफ्त में उपलब्ध होगी। गोवंश विकास संस्थान की स्थापना होगी।

गांवों के विकास का आधार पशु एवं कृषि है। इससे ग्रामीणों की आय में वृद्धि होती है। आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर गोपालन, मछली पालन का विकास किया जाएगा। चौर क्षेत्र का विकास किया जाएगा। मछली पालन को इतना बढ़ाया जाएगा कि बिहार की मछलियां दूसरे राज्यों में जाएंगी। इसके लिए पांच सौ करोड़ रुपये व्यय किया जाएगा।

नीतीश कैबिनेट का विस्तार आज ,जानिये कौन-कौन है मंत्री लिस्ट में शामिल

पटना। बिहार में राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नीतीश सरकार के पहले कैबिनेट का विस्‍तार आज होना है। आज दोपहर 12:30 बजे राजभवन में राज्‍यपाल फागू चौहान नए मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस बीच एनडीए के दोनों घटक दलों भारतीय जनता पार्टी एवं जनता दल यूनाइटेड ने अपने 17 नए मंत्रियों की लिस्‍ट राज्‍यपाल को सौंप दी है। इसके बाद मंत्रियों की कुल संख्या 31 हो जाएगी।

बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बाद करीब पौने तीन महीने से कैबिनेट विस्‍तार लटका हुआ था। अंतत: बीजेपी व जेडीयू में इसपर सहमति बनने के बाद मंगलवार को बीजेपी के नौ तथा जेडीयू के आठ नए मंत्री शपथ लेने जा रहे हैं। इनकी सूची राज्‍यपाल के पास भेजी जा चुकी है।

बीजेपी से  बनाए जा रहे मंत्री

शाहनवाज हुसैन (एमएलसी)

नितिन नवीन (बांकीपुर से एमएलए)

नारायण प्रसाद (नौतन से एमएलए)

सुभाष सिंह (गोपालगंज से एमएलए)

नीरज सिंह बबलू (छातापुर से एमएलए)

प्रमोद कुमार (मोतिहारी से एमएलए)

सम्राट चौधरी (एमएलसी)

आलोक रंजन झा (सहरसा से एमएलए)

जनक राम (दोनों सदनों के सदस्य नहीं हैं)

जेडीयू से बनाए जा रहे मंत्री

लेसी सिंह (धमदाहा से एमएलए)

सुमित सिंह (चकाई से निर्दलीय एमएलए)

संजय झा (एमएलसी)

श्रवण कुमार (नालंदा से एमएलए)

मदन सहनी (बहादुरपुर से एमएलए)

जयंत राज (अमरपुर से एमएलए)

जमां खान (चैनपुर से एमएलए)

सुनील कुमार (भोरे से एमएलए)