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पुलवामा 2.0 की फिराक में थे आतंकी, जम्मू में बस स्टैंड पर लगाई थी विस्फोटक सामग्री

नई दिल्ली। सभी देशवासी आज पुलवामा हमले की दूसरी बरसी मना रहे हैं तो वहीं दुश्मन देश पाकिस्तान की शह पर आतंकवादियों ने आज रविवार जम्मू के जनरल बस स्टैंड सहित आसपास के क्षेत्रों में विस्फोट कर उसे दहलाने की साजिश रची थी। लेकिन विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते हुए जम्मू में पुलवामा को दोहराने की एक बहुत आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। सतर्क सुरक्षा एजेंसियों ने न सिर्फ आतंकवादी हमले की साजिश को नाकाम बनाया है बल्कि जम्मू को दहलाने की साजिश को अंजाम देने वाले एक आतंकवादी को भी पकड़ने में सफलता हासिल की है।अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं।

हालांकि अभी कोई भी इस बारे में खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। दोपहर को 3.30 बजे जिला पुलिस लाइन में जम्मू-कश्मीर पुलिस के डायरेक्टर जनरल दिलबाग सिंह बस स्टैंड से बरामद की गई आइईडी सहित अन्य सनसनीखेज खुलासा करेंगे।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय खुफिया एजेंसी की सूचना पर जम्मू पुलिस ने प्राचीन रघुनाथ जी मंदिर और बस स्टैंड इलाके में आइडी धमाका करने आए एक आतंकी को पुलिस ने पकड़ा लिया। उसके कब्जे से 7 किलो आईडी को बरामद किया है। आतंकी सोहेल बशीर निवासी निवा पुलवामा, कश्मीर का रहने वाला बताया जा है। उसका संबंध आतंकवादी संगठन अल बदर से बताया जा रहा है। वह पिछले कई दिनों से जम्मू में रहकर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों की रैकी कर रहा था। आईइडी बरामद होने की पुष्टि जम्मू जोन के इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस मुकेश सिंह पत्रकार वार्ता के दौरान करेंगे। आइईडी के साथ पकड़े गए आतंकी से जम्मू कश्मीर पुलिस की आतंकवाद विरोधी दस्ता स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप गहनता से पूछताछ कर रहा है। उसके नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।

रघुनाथ मंदिर पर दो बार हो चुका है आतंकी हमला

मंदिरों का शहर जम्मू हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रहा है। प्रसिद्ध श्री रघुनाथ जी मंदिर पर पहले भी दो आतंकी हमले हो चुके हैं। जिसके चलते मंदिर की सुरक्षा को कड़ा किया गया है। बावजूद इसके आतंकी मंदिर को निशाना बनाने कि फिराक में रहते हैं।

जम्मू में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश

सीमा पार बैठे आतंकी संगठन लगातार जम्मू संभाग में मंदिरों को निशाना बनाकर यहाँ धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश में रहते हैं। इसी के चलते हाल ही में संभाग के राजौरी और पुंछ में मंदिरों पर हमले हुए हैं। इस बार आतंकियों के निशाने पर जम्मू शहर था।

Pulwama Terror Attack: CRPF ने पुलवामा के बलिदानियों को दी ऐसे श्रद्धाजंलि

नई दिल्ली। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा हमले में बलिदान हुए अपने जवानों को सीआरपीएफ ने श्रद्धांजलि दी। यह जवान उस समय बलिदान हो गए थे जब वे जम्मू से श्रीनगर में अपनी डयूटी पर जा रहे थे। इस हमले में बलिदान हुए जवान जम्मू के छन्नी हिम्मत कैंप से ही रवाना हुए थे।

जम्मू के छन्नी हिम्मत इलाके में सीआरपीएफ की 76वीं बटालियन में आयोजित इस श्रद्धांजलि समारोह में सीआरपीएफ के बलिदानी हेड कांस्टेबल नसीर अहमद की वीर नारी शाजिया कौसर को सीआरपीएफ के आइजीपी पीएस रनपिसे और उनकी पत्नी कविता रनपिसे ने सम्मानित भी किया। वीर नारी शाजिया कौसर समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित थीं। इस समारोह में प्रजापति ब्रह्मकुमारी की ओर से अध्यामिक सत्र का आयोजन भी किया गया जिसमें बल के जवानों ने भाग लिया। वहीं समारोह में सुनील शर्मा ने मेरा बलिदान रंग लाएगा गीत पेश किया जिसने जवानों में उत्साह भर दिया। समारोह में जवानों के परिजन भी शामिल हुए जबकि बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने वालों में सीआरपीएफ के डीआइजी प्रदीप चंद्रा, डीआइजी अशोक समेयाल, डीआइजीपी एके चतुर्वेदी व अन्य अधिकार भी शामिल थे।

इसी बीच जीवन नगर में स्थित शिक्षा निकेतन स्कूल में रखे गए श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बच्चों ने भाग लिया। मोमबत्तियां जलाकर बलिदानियों को याद किया गया। दो मिनट का मौन भी रखा गया। वहीं बाद में प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया जिसमें भगवान से सुख शांति के लिए दुआ मांगी गई। साथ ही बलिदानी सैनिकों के परिजनों की सुख समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की गई। इस मौके पर संबोधित करते हुए अशोक ने कहा कि दो साल पहले आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में शांति को भंग करने के लिए सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था। देश को क्षति उठानी पड़ी। इसलिए इस दिन को हम काला दिवस के तौर पर मनाते हैं।

वहीं शिव सेना ने भी पुलवामा के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। जम्मू कश्मीर के प्रधान मनीश साहनी ने कहा कि पाकिस्तान अभी भी जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। मगर देश के सैनिक पाकिस्तान के मंसूबों को लगातार नाकाम बना रहे हैं। हमें सैनिकों पर गर्व है जोकि देश की सरहदों पर डटे हुए हैं व वहीं जम्मू कश्मीर में आतंकवाद से भी लोहा ले रहे हैं।