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GST को लेकर भरी सभा में राहुल गांधी की बड़ी फ़ज़ीहत, भीड़ ने कर दिया मोये-मोये

राहुल गांधी के साथ फिर से कॉमेडी हो गई, लोकसभा चुनावों से पहले वो भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे हैं, जगह जगह जन जागरण की कोशिश कर रहे हैं, पानी पी पी कर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी योजनाओं को कोस रहे हैं, लेकिन इस सबके बीच उस वक्त माहौल बन गया जब राहुल गांधी GST को गलत बताकर मोदी सरकार के फैसलों पर सवाल उठा रहे थे। आपको बतादे कि ये कारनामा जब सामने आया जब राहुल गांधी जनसभा कर रहे थे। जनता उनके सामने बैठी हुई थी, राहुल गांधी ने ताव देते हुए जनता से कहा GST से छोटे व्यापारियों को, मजदूरों को Small और Medium बिजनेस वालों को फायदा हुआ, इसके आगे राहुल गांधी कहते हैं कि मुझे हाथ उठाकर दिखा दो। इतना सुनते राहुल गांधी को सुन रही पब्लिक में से कुछ लोगों ने हाथ खड़ा कर दिया। फिर राहुल गांधी कहते हैं कि नहीं-नहीं हाथ नीचे करो।

दरअसल राहुल गांधी जो बात कहना चाहते थे उसे वो ठीक से डिलिवर नहीं कर पाएं। वो GST को गलत और नुकसान वाला बताना चाह रहे थे लेकिन जिस तरीके से उन्होंने इस बात को उठाया उनकी अपनी ही बात पलट गई । उन्होंने कह दिया कि फायदा हुआ तो हाथ उठाइए और पब्लिक ने हाथ उठा दिया, खैर ये कोई पहला मौका नहीं था जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल की फजीहत हुई हो। अभी बिहार में राहुल गांधी यात्रा निकाल रहे थे, लेकिन उनके बिहार पहुंचने से पहले नीतीश कुमार पलटी मार गए और इंडिया गठबंधन को छोड़ NDA में पहुंच गए तो राहुल गांधी ने उन पर चुटकुला बनाया और सुनाया, लेकिन जिस तरीके से राहुल गांधी नीतीश कुमार का मखौल बनाया उसे सुनकर बिहार की जनता को मजा नहीं आया और राहुल गांधी अपनी ही बात पर अकेले हँसने को मजबूर हो गए।

अब थोड़ा और पीछे जाएं तो भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब असम के धुबरी में थी तो राहुल गांधी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। राहुल ने भाणष के बीच में कहा आप सुबह उठते हो चाय गरम करने के लिए स्टोव में कोयला डालते हो उसे जलाते हो, यहां भी राहुल गांधी की जुबान फिसल गई और उनके भाषण की इस वीडियो क्लिप को बीजेपी ने हाथों हाथ लपक लिया और सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरु कर दिया। जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स के कई तरह के कमेंट भी देखने को मिले अब आप बताइए राहुल गांधी की भूल चूक माफ वाले प्रसंग पर आपकी राय क्या है।

आज हैं राहुल गांधी का खास दिन #Congressparty #RahulGandhi

Rahul Gandhi’s Birthday :

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के जन्मदिन पर कई  लोगों ने शुभकामनाएं दी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्विटर पर उन्हें बधाई दी. जिसमें उन्होंने राहुल को साहसी नेता बताया.

वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी 53वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर पार्टी के तमाम नेताओं की तरफ से उन्हें बधाई और  संदेश दिए जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राहुल को जन्मदिन की बधाई दी है. जिसमें उन्होंने राहुल से कहा कि उनका साहस काफी सराहनीय है और वो लगातार सच बोलना जारी रखें. खरगे के अलावा कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी राहुल गांधी के बर्थडे पर ट्वीट किया गया है, जिसमें राहुल को एक निडर नेता बताया गया है.

आखिर राहुल गांधी कौन हैं

राहुल गांधी, भारतीय राजनीति के एक विशेष और प्रमुख नाम हैं। उनका पूरा नाम राहुल गांधी है और उनका जन्म 19 जून 1970 को हुआ था। वे नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य हैं और श्रीमती सोनिया गांधी और राजीव गांधी के पुत्र हैं। राहुल गांधी की अपनी विदेशी शिक्षा के बाद भारतीय राजनीति में उन्नति और सक्रियता आई। उनका प्रमुख राजनीतिक करियर कांग्रेस पार्टी में है, जहां वे नेतृत्व की भूमिका में आए और अध्यक्ष के पद की कार्यभार संभाले।

राहुल गांधी की राजनीतिक यात्रा का आरम्भ उनके पिता श्री राजीव गांधी की मृत्यु के बाद हुआ। उन्होंने 2004 में लोकसभा चुनावों में अपना पहला चुनावी संघर्ष किया और इलेक्शन अपनी सीट से जीत ली। वे फिर से 2009, 2014 और 2019 में चुनाव लड़ चुके हैं और सभी बार जीत नहीं प्राप्त की हैं।

राहुल गांधी का राजनीति संघर्ष

राहुल गांधी की राजनीतिक करियर की शुरुआत में उन्हें कुछ नगरीय समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें से एक उनकी पुरानी नदीनिर्माण योजना से जुड़ी थी। इस योजना के बाद उन्हें नदी की धारा पर रोड़ बनाने के लिए विरोध मिला। हालांकि, उन्होंने अपनी योजना को बदलकर नदी को स्वतंत्र रूप से बहने देने का फैसला किया। इससे वे लोगों के बीच मशहूर हुए और राजनीति में उनकी पहचान बढ़ी।

कई मुद्दों पर उठाई आवाज 

राहुल गांधी को सामान्य जनता की समस्याओं के प्रति गहरा संवेदनशीलता होने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी आवाज़ बुलंद की है, जैसे कि किसानों की मांगों पर, युवाओं के रोजगार के मुद्दे पर, महिलाओं की सुरक्षा पर और शिक्षा में सुधार की मांग पर। उन्हें लोगों के बीच एक युवा नेता के रूप में देखा जाता है जो आधुनिक भारत की जरूरतों को समझता है और इस पर कदम उठाता है।

राहुल गांधी अपनी पार्टी के साथ जुड़े युवा और छोटे कार्यकर्ताओं के प्रति ख़ास दिखावट रखते हैं। उन्हें नई पीढ़ी के नेताओं को समर्थन और प्रोत्साहन देने का काम भी बहुत पसंद है। उनके प्रयासों का एक उदाहरण है ‘युवा क्रांति’ अभियान, जिसका उद्घाटन वर्ष 2018 में हुआ था। इस अभियान के माध्यम से वे युवा कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर रहे हैं और उन्हें राजनीति में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

वैसे तो राहुल गांधी को समाजसेवा के लिए भी पहचाना जाता है। उन्होंने महात्मा गांधी नेशनल उर्जा योजना की शुरुआत की है, जिसका उद्घाटन 2017 में हुआ था। इस योजना के तहत, उन्होंने गांवों में बिजली पहुंचाने के लिए सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण आदि क्षेत्रों में भी अपने प्रयासों का निरंतर प्रमाण दिया है।

हालांकि, राहुल गांधी को राजनीति में भी कई विवादों का सामना करना पड़ा है। उन्हें कई बार निशाने पर लिया जाता रहा है और उनके वक्तव्यों को समझने में कठिनाई होती रही है। हाल ही में, उन्हें आरोप लगाए गए कि वे नेतृत्व कौशल में कमजोर हैं और राजनीतिक निर्णय लेने की क्षमता से वंचित हैं। हालांकि, उनके पक्षपात वाले वक्तव्यों के बावजूद, उन्होंने कई राजनीतिक मुद्दों पर अपना विचार रखने के लिए साहस दिखाया है।

अंत में, राहुल गांधी एक युवा और दृढ़ नेता हैं, जो सामाजिक और आर्थिक न्याय के पक्ष में आवाज उठाते हैं। उन्होंने देश के लोगों की मांगों को अपनी प्राथमिकता बनाया है और उनके लिए समाजसेवा करने का संकल्प लिया है। यदि वे आगे बढ़ते रहें, तो शायद वे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली रूप से अपनी छाप छोड़ सकें।

यूपी कांग्रेस को एक और झटका, अब इस वरिष्ठ नेता ने छोड़ी पार्टी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ब्राम्हण महासभा के समन्वयक पंडित विनोद मिश्रा ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मिश्रा उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव रह चुके हैं और वह राज बब्बर के कार्यकाल में लखनऊ जिला के प्रभारी थे। बयान में मिश्रा ने अपने इस्तीफा के लिए पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी को जिम्मेदार ठहराया है।

विनोद मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी नीतियों और स्थापित परंपरा से भटक गई है। पार्टी में लगातार कार्यकर्ताओं का अपमान हो रहा है। इसकी वजह सिर्फ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा को कानूनी शिकंजे में फंसने से बचाना है। विनोद मिश्रा निर्मल खत्री की अध्यक्षता के समय उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव के साथ ही प्रभारी संगठन भी रहे हैं। उनका छोड़कर जाना कांग्रेस के लिए बडा झटका माना जा रहा है।