Tag Archives: #RSS #Mohan Bhagwat #आरएसएस #Centenary Year Of RRS #आरएसएस का शताब्दी वर्ष

आरएसएस का बड़ा ऐलान : 2024 तक देशभर में लाखो शाखाएं, इन क्षेत्रों पर होगी नजर…

DESK : नागरिकों में राष्ट्रवाद, हिंदू धर्म के प्रति अनुराग और देशप्रेम के प्रति जागरूकता लाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने बड़ी योजना पर काम शुरू किया है. वर्ष 2024 तक देशभर में आरएसएस की एक लाख स्थानों पर शाखाएं लगेगी. इसकी कवायद शुरू हो गयी है. वर्तमान में 56,824 स्थानों पर संघ की शाखाएं लगाई जा रही है. दरअसल, अपने शताब्दी वर्ष में आरआरएस बड़े पैमाने पर विस्तार की योजना बना रहा है. 2025 में आरएसएस की स्थापना के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं. इसलिए शताब्दी वर्ष को लेकर RSS द्वारा व्यापक स्तर पर विस्तार की योजना बनाये जाने की चर्चा है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

राजस्थान के झुंझुनूं में तीन दिवसीय प्रांत प्रचारकों की बैठक के समापन के बाद अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि संगठनात्मक कार्यों के साथ ही आगामी योजनाओं व गतिविधियों पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि दो साल बाद हुए आरएसएस के शिक्षा वर्गों में 40 साल से कम उम्र के 18,981 और 40 साल से अधिक आयु के 2,925 शिथार्थियों ने वर्ग सहभागिता की. कहा कि इस वर्ष पूरे देश के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के 101 वर्गों में कुल 21,906 संख्या रही है.

भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से

उदयपुर में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या को लेकर आंबेकर ने कहा कि हत्या अत्यंत निंदनीय है. इसकी निंदा की जानी चाहिए. हमारे देश में संवैधानिक लोकतांत्रिक अधिकार है. किसी को अगर कोई बात पसंद नहीं आती है तो उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए लोकतांत्रिक मार्ग है. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज शांतिपूर्ण सैंवधानिक तरीके से अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है. मुस्लिम समाज से भी अपेक्षा है कि ऐसी घटना का निषेध करें. कुछ बुद्धिजीवियों ने इसका निषेध किया है, लेकिन मुस्लिम समाज को भी सामने आकर इसका विरोध करना चाहिए. ऐसी घटनाओं का सबको मिलकर विरोध करना चाहिए.