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उत्तर प्रदेश पुलिस करती है आरोपियों से साठगांठ

श्रीश उपाध्याय/मुंबई: उत्तर प्रदेश के सुजानगंज पुलिस थाने के पुलिस कर्मियों द्वारा आरोपी से साठगांठ का मामला प्रकाश में आया है.
श्री दुर्गा मल्टीट्रेड प्राइवेट लिमिटेड के दुर्गेश सिंह ने उत्तर प्रदेश, जौनपुर जिले के सुजानगंज थाने में रेगुलर मीडिया के अरविंद सिंह, अल्का सिंह के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज कराया था. एफआईआर क्रमांक 0288/23 के अंतर्गत 31 दिसम्बर 2023 को अरविंद सिंह और अल्का सिंह के ख़िलाफ़ धारा 420, 419, 63(A) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था.

इसी मामले में कार्रवाई करने सुजानगंज पुलिस नोएडा पहुची. आरोपी अरविंद सिंह से मुलाकात की. चाय-पानी किया और अरविंद सिंह को बिना गिरफ्तार किए ही वापस लौट गई.
सुजानगंज थाने के एस.आई राय से बात करने पर उन्होंने बताया कि उक्त मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. हालांकि आर्या न्यूज के पास आरोपी अरविंद सिंह और सुजानगंज थाने के एस.आई राय के मुलाकात की तस्वीरे है जिनमे से एक तस्वीर प्रकाशित की जा रही है.

इस मामले के बारे में पूछे जाने पर शिकायतकर्ता दुर्गेश सिंह ने आरोप लगाया कि सुजानगंज पुलिस आरोपी से मिलकर रिश्वत लेती है और साठगांठ कर उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है.
तस्वीरों से एक बात तो स्पष्ट है कि आरोपी अरविंद सिंह से सुजानगंज थाने के एस.आई राय मिले लेकिन एक आरोपी से मिलने के बाद गिरफ्तार क्यों नहीं किया ? इसका जवाब उनके पास शायद ही हो.

एफआइआर दर्ज होने के बाद मुनव्वर राना का यू टर्न, अगर सीएम योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो शायद वो लोगों से मोहब्बत से मिलने लगें

प्रख्यात शायर मुनव्वर राना अब बयानवीर होते जा रहे हैं। महर्षि वाल्मिकी से तालिबान की तुलना करने के बाद लखनऊ में केस दर्ज होने के बाद मुनव्वर राना अब अपने बयान से पलट गए हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत में राना ने कहा कि तालिबान पर उनके बयान को जरा भी गंभीरता से न लें। तालिबान तो एक जंगली कौम है।तालिबानियों के पक्ष में बयान देने के मामले में लखनऊ में एफआइआर दर्ज होने के बाद शायर मुनव्वर राना के सुर बदल गए हैं। अब तो उनको पीएम नरेंद्र मोदी से इश्क भी हो गया है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी वह बेहद मुरीद हो गए हैं। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से अपने बयानों को लेकर विवाद में घिरे शायर मुनव्वर राना ने कहा कि उनके बयानों को गंभीरता से नहीं लिया जाए। उन्होंने शायराना अंदाज में बयान दिए थे। मुनव्वर राना ने कहा कि तालिबान एक जंगली कौम है और हिंदुस्तान एक मुल्क,मशहूर शायर मुनव्वर राना लम्बे समय से विवादों में हैं। तालिबान को लेकर भी वह काफी गरम हो गए थे, लेकिन अब उनके तेवर ढीले दिखने लगे हैं।

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मुनव्वर राना ने विवाद के बीच अब कहा कि वह तो पीएम नरेंद्र मोदी से इश्क करते हैं और उनके तालिबान से ज्यादा हथियार भारत में माफिया के पास होने वाले बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। नरेंद्र मोदी सरकार में देश के विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं मोदी जी को पसंद करता हूं। मेरी कमजोरी है कि मैं तो मोदी जी से इश्क करता हूं।जब मैंने अवॉर्ड वापस किया था तो वो मुझसे काफी नाराज थे, लेकिन मेरी मां के निधन पर उन्होंने मुझे पत्र लिखा था और मैं काफी शॄमदा हुआ। उन्होंने कहा कि मैं मोदी जी से मिलने गया तो मैंने कहा कि सर, मैं इसलिए मिलने आया हूं कि आपने जब मेरी मां के निधन पर पत्र लिखा तो शॄमदा हुआ। जब मैंने अवॉर्ड वापस किया था तो आपने अपने पीए के जरिए मुझे बुलाया था और मैं नहीं आ पाया था। मैंने उनसे आगे कहा कि सबका साथ-सबका विकास का नारा सच्चे तौर पर अमल में आ जाए तो मैं आपको इतिहास के पन्नों में सम्राट अशोक की तरह देखना चाहूंगा, दागदार प्रधानमंत्री की तरह नहीं।

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सीएम योगी आदित्यनाथ पीएम बनने के बाद लोगों से मोहब्बत से मिलेंगे-शायर मुनव्वर राना ने कहा कि अगर सीएम योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो शायद वो लोगों से मोहब्बत से मिलने लगें। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्ज के बाद मुनव्वर राना ने कहा था कि तालिबान से ज्यादा हथियार तो भारत में रहने वाले माफियाओं के पास है। इसके बाद उन्होंने एक और विवादित बयान देते हुए तालिबान व महर्षि वाल्मीकि की तुलना भी कर दी थी। इसके बाद मुखर लोगों ने लखनऊ में उनके खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया है

लखनऊ में गिरफ्तार आतंकी मिनहाज की गतिविधियां शुरू से संदिग्ध

लखनऊ–गिरफ्तार आतंकी मिनहाज की गतिविधियां शुरू से ही संदिग्ध थीं। मिनहाज के घर पर अक्सर कश्मीर से संदिग्ध युवक आते थे। यही नहीं, कपड़े और ड्राई फ्रूट बेचने वाले कश्मीरी युवक भी मिनहाज के घर पर रुकते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि मिनहाज की हरकतें संदिग्ध प्रतीत होती थीं। हालांकि किसी ने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की थी। एटीएस ने दुबग्गा चौराहे के पास बरावन कला स्थित मिनहाज के मकान से सटे दो अन्य घरों में भी सर्च आपरेशन चलाया। मिनहाज के पिता सिराज अहमद अपने भाई रियाज के साथ वहां रहते हैं। सिराज और रियाज सरकारी कर्मचारी थे, जो अब सेवानिवृत हो चुके हैं।

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एटीएस ने मिनहाज के घरवालों से कश्मीर कनेक्शन और उसकी गतिविधियों के बारे में कई घंटे पूछताछ की। घर में मौजूद महिलाओं से भी टीम ने मिनहाज और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर से मिलने वालों के बारे में जानकारी ली। एटीएस यह पता लगा रही है कि दोनों आतंकी कब-कब कश्मीर गए थे। दोनों ने लखनऊ को दहलाने के लिए किन जगहों पर प्रशिक्षण लिया था। इसके बारे में खुफिया एजेंसियां सुराग लगा रही हैं। माना जा रहा है कि फेरी वाले बनकर मिनहाज के घर पर आने वाले कश्मीरी युवकों का भी आतंकी संगठनों से संबंध है। पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने बताया कि मिनहाज आसपास के लोगों से बहुत कम मिलता था। वह सऊदी अरब भी गया था। पांच साल पहले वह सऊदी से लौटकर आया था, जिसके बाद से उसके व्यवहार में काफी अंतर आ गया था। स्थानीय निवासियों का कहना था कि बातचीत से उन्हें कभी नहीं लगा कि मिनहाज देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। वह कम बोलता था और अपने काम से मतलब रखता था।

स्थानीय लोगों ने बताया कि मिनहाज बरावन कला में करीब 15 साल से रह रहा था। पहले वह इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में काम करता था, जहां उसकी पत्नी प्रोफेसर है। मिनहाज के घर के बाहर खड़ी कार पर यूनिवर्सिटी का कार पास भी लगा है। पास में बलरामपुर जिले की एक अन्य कार भी खड़ी थी, जिसके बारे में खुफिया एजेंसियां पता लगा रही हैं।

चाचा राफे राना, इस्माइल राना, शकील राना, जमील राना और चचेरे भाई यासिर राना पर हमला कराने का संदेह जताते हुए दर्ज कराई थी एफआइआर

 

रायबरेली में सोमवार शाम कथित हमले की घटना वहां लगे सीसीटीवी में कैद हुई है। जिससे पता चल रहा है कि कैसे मुनव्वर राना का बेटा तबरेज राना रायबरेली के पेट्रोल पंप पर पहुंचता है। वह अपनी गाड़ी पेट्रोल पंप के बाहर ही खड़ी कर देता है। इस दौरान वह गाड़ी में ही बैठा रहता है। कुछ देर बाद बाइक पर दो लोग पहुंचते हैं। वह गाड़ी का मुआयना कर गाड़ी में उस स्थान पर फायरिंग करते हैं, जहां पर तबरेज नहीं बैठा है। तबरेज गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर था। गाड़ी पर फायर करने के बाद बाइक सवार भाग जाते हैं। इसके बाद आराम से तबरेज गाड़ी से बाहर निकलता है।

तबरेज ने मामले में चाचा राफे राना, इस्माइल राना, शकील राना, जमील राना और चचेरे भाई यासिर राना पर हमला कराने का संदेह जताते हुए एफआइआर दर्ज कराई थी। वारदात की तहकीकात की शुरुआत से ही पुलिस को तबरेज राना पर शक था। उसकी सीडीआर निकालकर एसओजी ने जब उसके करीबियों को उठाया तो सच सामने आ गया। गुरुवार की रात उस पर गोली चलाने वाले दोनों शूटर भी दबोच लिए गए।

आरोपित राफे राना ने बताया कि राजघाट पर उनके परिवार की साढ़े आठ बीघा जमीन है। इसमें चार बीघा उनकी और उनके भाई इस्माइल की है। साढ़े चार बीघा में छह भाइयों का हिस्सा है। पिता की मृत्यु के बाद गलत वरासत हो गई और पूरी साढ़े आठ बीघा जमीन छह भाइयों के नाम चढ़ गई। इसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है। बकौल राफे फरवरी 2021 में तबरेज राना ने हमारे हिस्से की जमीन में से 18 बिस्वा बेच दी। ये बात जब पता चली तो निबंधन कार्यालय में आपत्ति करके दाखिल खारिज रोकवा दी। हमले की घटना से कोई सरोकार नहीं है।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी बुधवार को सेवानिवृत्त |

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद वह डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को पदभार सौंपा।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हितेश चंद्र अवस्थी बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद वह डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को पदभार सौंपा

प्रशांत कुमार अगले डीजीपी के नाम का ऐलान होने तक जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। डीजीपी मुख्यालय में हाई-टी के बाद सादे समारोह में हितेश चंद्र अवस्थी को विदाई दी गई। विदाई के अवसर पर रैतिक परेड के आयोजन की परंपरा रही है, लेकिन कोविड संक्रमण काल के चलते इस बार ऐसा कोई परंपरागत आयोजन नहीं की गई। अब प्रदेश के नए पुलिस मुखिया के नाम की घोषणा का इंतजार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही नए डीजीपी के नाम का ऐलान कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हितेश चंद्र अवस्थी को जीवन की नवीन पारी के लिए शुभकामनाएं दी। टीम-9 की बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी 36 वर्षों का कार्यकाल पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो रहे हैं। आईपीएस अधिकारी के रूप में उन्होंने अपनी लंबी सेवावधि के दौरान एक अच्छे नेतृत्वकर्ता, तेज-तर्रार अधिकारी के रूप में देश-प्रदेश की सेवा की है। कोविड की विभीषिका के बीच उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया की महती जिम्मेदारी का निर्वहन किया। इस अवधि में पुलिस के मानवीय पक्ष ने पूरे देश को प्रभावित किया। कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-9 के महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में भी आपकी भूमिका सराहनीय रही।

पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी समेत नौ आइपीएस अधिकारी बुधवार को रिटायर हो जाएंगे। 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी डीजीपी अवस्थी के अलावा केंद्रीय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रेलवे सुरक्षा बल के डीजी पद पर तैनात इसी बैच के अरुण कुमार भी सेवानिवृत्त हो गए। प्रांतीय पुलिस सेवा से प्रोन्नत हुए सात आइपीएस अधिकारी भी 30 जून को रिटायर हो गए।

जेल में करेगी पुलिस ताराचंद के साथियों से पूछताछ, बंदियों के लिए जाएंगे बयान ?

धर्मांतरण के मामले में पुलिस टीम अब जेल में बाकी लोगों से पूछताछ करेगी। पुलिस ने इस मामले में ताराचंद के खिलाफ धर्मांतरण के नए कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है और अब छानबीन शुरू कर दी है। हिंदू संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया था कि जेल में धर्मांतरण कराया गया और अब ताराचंद बाहर आने के बाद अन्य लोगों पर धर्मांतरण के लिए दबाव बना रहा था

हत्या के आरोप में ताराचंद को कुछ साल पहले जेल भेजा गया था। आरोप है कि तारांचद ने मेरठ जेल में कुछ युवकों से संपर्क बढ़ाया। इन्हीं लोगों के कहने पर ताराचंद ने धर्मांतरण किया। जेल से कुछ समय पूर्व ही ताराचंद बाहर आया है और मुंडाली के मऊखास में रह रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार ताराचंद ने कुछ लोगों को धर्मांतरण के लिए कहा था, जिसके बाद पुलिस से शिकायत की गई थी। पुलिस ने इस मामले में ताराचंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसओ मुंडाली रवि चंद्रवाल ने बताया कि इस मामले में पुलिस छानबीन कर रही है। इस मामले में पुलिस पूछताछ करने जेल जाएगी। मेरठ जेल में बंद कुछ बंदियों के संपर्क में ताराचंद आया था, इसलिए पुलिस इन लोगों से पूछताछ करेगी। साथ ही पता किया जाएगा कि जेल में इस तरह के कोई अन्य मामले तो नहीं हुए।

दहेज में मुफ्ती मांग रहा था लग्जरी कार, मनचाहा दहेज न मिलने पर कर ली चोरी से दूसरी शादी

पीलीभीत से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक मुफ्ती पर आरोप है कि दहेज में मंहगी लग्जरी कार न मिलने से शादी का रिश्ता ठुकरा दिया है। इतना ही नहीं, दूसरी जगह अच्छी रकम और मनपसंद गाड़ी मिलने के कारण चोरी से शादी कर ली।

वहीं पीड़ित पक्ष का कहना है की आरोपी शख्स के साथ पहले ही रिश्ता कर लिया गया था। साथ ही लेने देन भी हो चुका था लेकिन आरोपी शख्स ने दहेज के लालच मे शहर से बाहर जा कर चोरी से शादी कर ली। पीड़ित पक्ष ने आरोपी मुफ्ती का दहेज मांगने वाली बात फोन पर रिकॉर्ड कर ली। बता दें कि फोन रिकार्डिंग के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। पूरा मामला पूरनपुर क्षेत्र का है।

‘तांडव’ के डायरेक्टर और लेखक से पूछताछ करने मुंबई रवाना हुई यूपी पुलिस की टीम

लखनऊ। अमेजन प्राइम की नई वेब सीरिज ‘तांडव’ को लेकर लखनऊ में दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई शुरू हो गई है। वेब सीरीज के लेखक और निर्देशक से पूछताछ करने के लिए लखनऊ पुलिस की एक टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई है। इस टीम में उत्तर प्रदेश पुलिस के चार तेज-तर्रार अधिकारी शामिल हैं।

बता दें कि हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरिज “तांडव” में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले सीन हैं। जिसे लेकर हजरतगंज थाने में बीते रविवार रात एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

रायबरेली में फेंकी गई आप नेता सोमनाथ भारती पर स्याही, अमेठी में बोला था- यूपी के अस्पतालों में पैदा होते हैं कुत्ते के बच्चे

यूपी के रायबरेली में आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती पर स्याही फेंकी गई है। सोमनाथ भारती इन दिनों उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। रायबरेली में आज सोमनाथ भारती यूपी पुलिस के साथ कहासुनी में उलझे थे, तभी उनपर किसी ने स्याही फेंकी। इस घटना के बाद सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में रोक लिया गया है।

रोपड़ जेल अधीक्षक ने मुख्तार अंसारी को यूपी भेजने से किया इंकार, मेडिकल रिपोर्ट का दिया हवाला   

मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से लेने गई यूपी पुलिस टीम को बैरंग लौटना पड़ा। मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देकर पंजाब पुलिस ने मुख्तार अंसारी मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया।

बता दें, मुख्तार अंसारी को 2019 में लोकसभा चुनाव के पहले यूपी की बांदा जेल से पंजाब की रोपड़ जेल भेज दिया गया था, तभी से वह वहां बंद है।

बता दें कि सोमवार को यानी सुप्रीम कोर्ट में मुख्तार अंसारी मामले को लेकर सुनवाई होनी है। गाजीपुर पुलिस की टीम सुप्रीम कोर्ट का नोटिस लेकर पंजाब के रोपड़ जेल पहुंची थी। पुलिस की योजना 11 जनवरी को मुख्तार अंसारी को गाजीपुर लाने की थी। पुलिस ने रोपड़ जेल अधीक्षक को नोटिस रिसीव कराया, जहां के जेल अधीक्षक ने कोर्ट में जवाब दायर करने को कहा है।