स्वीकृति प्रदीप शर्मा का जन्मोत्सव अंधेरी में बना चर्चा का विषय

स्वीकृति प्रदीप शर्मा का जन्मोत्सव अंधेरी में बना चर्चा का विषय

श्रीश उपाध्याय/मुंबई

मशहूर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति शर्मा का जन्मोत्सव अंधेरी इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
गुरुवार को स्वीकृति शर्मा का जन्मदिन था. इस अवसर पर अंधेरी, मरोल-मारोशि रोड पर स्थित सनाबिल हाल मे एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न समाज की महिलाएं एवं पुरुष शामिल हुए.


स्वीकृति शर्मा का जन्मोत्सव इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि उन्होंने हाल ही में एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में प्रवेश किया है. यह बात तो जगजाहिर है कि विरार में पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही प्रदीप शर्मा लगातार राजनीतिक क्षेत्र में पैर जमाने की कोशिश मे लगे हुए हैं. प्रदीप शर्मा ने करीब दो साल पहले अंधेरी एम आई डी सी इलाके से राजनीतिक हलचल तेज की थी. लगभग उसी समय शिवसेना विधायक रमेश लटके की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ऋतुजा लटके मध्यावधि चुनाव जीती थी. इसी विधानसभा से पिछली बार 2019 में रमेश लटके चुनाव जीते थे. उस समय स्थानीय भाजपा नगरसेवक मुरजी पटेल अपक्ष चुनाव लड़े थे और करीब 50 हज़ार मत हासिल किया था. मध्यावधि चुनाव में भी मूरजी पटेल ने जोरशोर से तैयारी की लेकिन भाजपा के चुनाव न लड़ने के फैसले के कारण उन्हें मन मार कर बैठना प़डा था.


वर्ष 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान अंधेरी विधानसभा से उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना से ऋतुजा लटके प्रबल दावेदार है. कॉंग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उबाठा गठबंधन के कारण इस सीट से ऋतुजा की उम्मीदवारी तय है. इधर शिवसेना के खाते की सीट होने के कारण इस सीट पर शिंदे की शिवसेना प्रबल दावेदार है. इस राजनीतिक गणित को प्रदीप शर्मा ने बख़ूबी समझा है और इसी दूरदर्शिता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने एक महिला के समक्ष अपनी पत्नी को चुनावी मैदान मे उतारने का मन बनाया है.
इसी चुनावी रणनीति के तहत ही प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति शर्मा शिवसेना में शामिल हुई हैं. पिछले कई वर्षो से प्रदीप शर्मा पी एस फाउंडेशन के नाम से अंधेरी एवं आसपास के इलाकों में सामाजिक कार्य कर रहे हैं. इस सामाजिक संस्था के कारण बड़ी संख्या में उनके पास कार्यकर्ताओं की सेना है. जिसका सीधा फायदा उन्हें आगामी चुनाव में मिल सकता है. स्वीकृति प्रदीप शर्मा के जन्मदिन समारोह में सैकड़ों की संख्या में लोगों की उपस्थिति जहां एक ओर चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं दूसरी ओर विरोधियों के लिए सिरदर्द भी साबित हो रहा है. अब यह तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा कि स्वीकृति शर्मा को राजनीति के अखाड़े में लाकर प्रदीप शर्मा ने दूर दर्शिता दिखाई है या पिछली बार की तरह उनका राजनीतिक गणित इस बार भी फेल होता है.

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