नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ को मोर्चे पर उतार दिया है। उन्होंने मंगलवार को पुरुलिया में जनसभा को सम्बोधित किया, जिसके बाद बांकुरा और मेदिनीपुर में उनकी जनसभा होनी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस दौरान TMC और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले ये लोग मंदिर में जाने से डरते थे लेकिन अब ममता दीदी भी मंदिर में जाकर चंडी पाठ कर रही हैं।
उन्होंने लोगों को ध्यान दिलाया कि अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मंदिर-मंदिर जाकर मत्था टेक रहे हैं। रैली में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल के गुंडे कानून को नहीं मानते हैं।
CM योगी ने आगे कहा कि दो मई के बाद TMC की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडों को दो मई के बाद चुन-चुन कर सजा दी जाएगी। उन्होंने बंगालवासियों से कहा कि वो राम और कृष्ण की धरती से आए हैं।
उन्होंने कहा, “बंगाल हमेशा से परिवर्तन की धरती रही है। बंगाल ने देश को राष्ट्रगान भी दिया और वंदे मातरम भी दिया है। यहाँ अराजकता का दौर खत्म होने जा रहा है और भाजपा के आते ही अराजकता को रफा-दफा कर दिया जाएगा। राहुल गाँधी ने भी आजकल मंदिर में जाना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें मंदिर में बैठना तक नहीं आता। अब वो भी मंदिर में माथा टेक रहे हैं।”
ममता के ‘जय श्री राम’ नारे से चिढ़ने पर भी चुटकी ली
उन्होंने कहा, “2019 में जब यहां आया था तो मेरे हेलिकॉप्टर को उतरने नहीं दिया गया था। तब मैं झारखंड में हेलिकॉप्टर उतार कर 35 किलोमीटर सड़क मार्ग से बंगाल में पहुंचा था। मैंने उसी समय तय कर लिया था कि मैं पुरुलिया से चुनाव प्रचार का शुभारंभ करूंगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सभा में लोगों को आने से रोका जा रहा है और उन्हें कहा गया कि यहां भीड़ नहीं होगी, लेकिन अब सभी बंधनों को तोड़ कर लोग यहाँ पर आ गए हैं। उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अस्पताल से निकलने के बाद अब ताबड़तोड़ रैलियां शुरू कर दी हैं।
ममता बनर्जी ने बांकुरा में कहा कि मैं रोज 25-30 किलोमीटर चलती हूँ, लेकिन अभी खड़ी होकर भी नहीं बोल पा रही हूं। उन्होंने कहा कि जिसके पांव में चोट लगती है, वही समझता है। पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने को कहा था। लेकिन उनका कहना है कि अगर वो सोती रहीं तो भाजपा जनता को जो दर्द देगी, वो असहनीय होगा