नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से “आनंदम द सेंटर फॉर हैप्पीनैस” का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री रविशंकर भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आई. आई. एम. जम्मू के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कांबले ने की।
केंद्रीय सिक्षा मंत्री ने आई.आई.एम जम्मू को इस नई पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए अकादमिक पाठ्यक्रम में आनंद का सामंजस्य करना राष्ट्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम हमारी शिक्षा व्यवस्था को उन ऊंचाइयों तक ले जाएगा, जहां प्राचीन काल में नालंदा और तक्षशिला जैसे हमारे भारतीय विश्वविद्यालय हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि “आनंदम : द सेंटर फॉर हैप्पीनैस” किस तरह 2021 तक हमारी शिक्षा व्यवस्था में पूरी तरह बदलाव लाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ सामंजस्य रखता है। उन्होंने अपने भाषण का समापन करते हुए देश के अन्य संस्थानों को अपने खुद के सेंटर फॉर हैप्पीनेस बनाने को प्रोत्साहित किया ताकि छात्र तनावमुक्त जीवन जी सकें।
केंद्रीय मंत्री पोखरियाल ने कहा कि छात्रों और अध्यापकों को अंतिम समय-सीमा, पाठ्यक्रम, पठन-पाठन के दबाव और पेशेगत तथा निजी जीवन के दबावों से गुजरना पड़ता है। इससे उनमें अवसाद और व्यग्रता बढ़ती है। यह केंद्र छात्रों और शिक्षकों दोनों को मानसिक तनाव से उबरने और सकारात्मकता का प्रसार करने में मदद करेगा। इसके साथ ही यह आई.आई.एम जम्मू के सभी हितधारकों में समग्र विकास की भावना को प्रोत्साहित करेगा और उसका प्रसार करेगा।
उन्होंने कहा कि आई.आई.एम जम्मू में आनंदम की स्थापना का उद्देश्य सबका कल्याण और सबकी भलाई सुनिश्चित करना है। केंद्र में कराए जाने वाले नियमित शारीरिक व्यायाम से छात्रों और शिक्षकों दोनों का शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि सभी लोग सचेत प्रयासों के ज़रिए आनंद की स्थिति को प्राप्त कर सकें।