नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में आर्थिक समीक्षा पेश की। एक फरवरी को पेश किये जाने वाले बजट से पहले संसद के पटल पर वित्त मंत्री द्वारा रखी गयी समीक्षा में अर्थव्यवस्था की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी गई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति वेंकट सुब्रमण्यम की अगुवाई वाली टीम ने 2020-21 की आर्थिक समीक्षा तैयार की है।
इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आवास, जल, स्वच्छता, विद्युत और स्वच्छ कुकिंग ईंधन जैसी बुनियादी आवश्यकताओं तक परिवार के प्रत्येक सदस्य की पहुंच और इसके महत्व पर जोर दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि अधिकांश राज्यों में परिवारों के लिए पेयजल पहुंच के सर्वेक्षण के अनुसार इसमें 2012 की तुलना में 2018 की स्थिति में ग्रामीण के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण रूप से सुधार हुआ है।
इसके अलाव उन्होंने कहा कि समीक्षा यह भी दिखाती है कि अधिकंश राज्यों में 2012 की तुलना में 2018 की स्थिति में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति पहुंच में सुधार हुआ है। समीक्षा के मुताबिक स्वच्छता के प्रति पहुंच में क्षेत्रीय असमानता में कमी आई है, क्योंकि 2012 तक स्वच्छता के मामले में कम पहुंच रखने वाले राज्यों की पहुंच में सुधार हुआ है। न्यूनतम आय समूह के मामले में भी सुरक्षित स्वच्छता तक पहुंच के स्तर में वृद्धि हुई है।
समीक्षा आवासीय सूचकांक में भी सुधार के संकेत देते हुए 2012 की तुलना में 2018 में न्यूनतम आय समूह के लिए अंतर्राजीय अप्रयुक्त लाभों के साथ असमानताओं में कमी होने और आवास तक पहुंच में सुधार है।
इसके अलाव कोरोनामहामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ से प्रभावित अर्थव्यवस्था में वित्त वर्ष 2021-22 में तेजी से रिकवरी की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर में 23.9 प्रतिशत जबकि दूसरी तिमाही में 7.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। पूरे वित्त वर्ष में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 11 प्रतिशत रहने का अनुमान है।