नई दिल्ली। कई महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं। किसानों का ये आंदोलन भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छे संकेत नहीं साबित हो रहे हैं। माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग तीन महीने से चल रहे आंदोलन पर रिपोर्ट दी है।
संजीव बलियान ने कहा कि किसान आंदोलन बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकता है। पिछले सप्ताह जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा, पश्चिमी यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश की चालीस जाट बहुल सीटों से आने वाले सांसदों विधायकों और प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की थी। इस बैठक में तय किया गया था कि सांसद आम जनता के बीच जाकर कृषि कानूनों के बारे में बताएं कि किस तरह से ये कानून किसानों के लिए फायदेमंद हैं। उन्हें ये भी बताएं कि ये आंदोलन नरेंद्र मोदी सरकार को बदनाम करने की मंशा से विपक्षी दलों की ओर से चलाया जा रहा है।
माना ये भी जा रहा है कि किसान आंदोलन को लेकर जो फीडबैक मिला है, वह बीजेपी के लिए अच्छा नहीं है। अगर किसान आंदोलन लंबा चलेगा तो 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी का जाट वोट बैंक खिसक सकता है।